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पंचसंग्रह : १०
(क्रमशः)
मार्गणा भेदों में गोत्रकर्म के संवेध का प्रारूप
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कापोत
लेश्या
तेजो लेश्या
पद्मलेश्या
शुक्ल लेश्या
अभव्य
क्षायिक सम्यक्त्व
भव्य
क्षायोप. सम्यक्त्व
औपमिक सम्यक्त्वा
४७
४८
४६
५०
५१
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५२
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