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सप्ततिका-प्ररूपणा अधिकार : परिशिष्ट २६ (क्रमशः) मार्गणा भेदों में वेदनीयकर्म के संवेध का प्रारूप
सासा. स.
मिथ्यात्व
| संज्ञी
अहारी
है | असंज्ञी
अनाहारी
प्रत्येक संवेध कुल | मार्गणा में
६
| ५६ । ६०
६१ । ६२
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