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पंचसंग्रह : १०
(क्रमशः) मार्गणा भेदों में दर्शनावरण कर्म के संवेध का प्रारूप
संवेधगत प्रकृति
. अज्ञा.
सामा.चा.
छेदो. चा.
परि. चा.
.
६ का बध ४ का उदय ६ की सत्ता
६ का बंध ५ का उदय है की सत्ता
६ का बंध ४ का उदय ६ की सत्ता
६ का बंध ५ का उदय ६ की सत्ता
४ का बंध ४ का उदय है की सत्ता
४ का बंध ५ का उदय ६ की सत्ता
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