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सप्ततिका-प्ररूपणा अधिकार : परिशिष्ट १७
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परिशिष्ट १७: दिगम्बर सप्ततिकानुसार गुणस्थानों में वेदनीयकर्म
की उत्तरप्रकृतियों के बंधादिस्थान
बंधस्थान उदयस्थान
सत्तास्थान
गुणस्थान
असाता वे. असाता वे. | असाता वे. साता वे. १, २, ३, ४, ५, ६
साता वे.
१, २, ३, ४, ५, ६
साता वे. असाता वे.
| १ से १३ तक
साता वे.
१ से १३ तक
असाता वे.
१४वें के उपान्त्य समय तक
साता वे.
१४वें के उपान्त्य समय तक
X XXX
असाता वे. असाता वेदनीय
१४वें के अन्तिम समय में
साता वेद. | साता वेदनीय
१४वें के अन्तिम समय में
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