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उदयस्थान
किसको
उदयस्थानगत
भंगोत्पत्ति
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३१ प्र.
पूर्वोक्तवत्
भाषा पर्या. लि.
उद्योत युक्त ३० प्र. (स्वर | ११५२ सहित)
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इस प्रकार सामान्य तिर्यच पचेन्द्रिय के ४६०६ भंग तथा सामान्य मनुष्य के २६०२ भंग जानना चाहिये। ___ मनुष्यों में उद्योत सम्बन्धी ३१ प्रकृतिक स्थान का अभाव है।
वैक्रिय तियंच पंचेन्द्रिय के उदय । भंग (५६)
२५ प्र.
सुभग-दुर्भग , आदे.-अना..
देहस्थ
व. २, समच., उप. प्रत्येक युक्त तिर्यंचानपूर्वी रहित ति. पं. प्रायोग्य २१ प्र.
यश. अयश.
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पंचसंग्रह : १०