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गाथा ६७
१८५-१८७ चतुर्गति में प्राप्त नामकर्म के सत्तास्थान
१८६ गाथा ६८
१८७-१८६ गुणस्थानों में प्राप्त नामकर्म के सत्तास्थान
१८८ गाथा ६६, १००
१८६-२०७ नामकर्म के बंधादि स्थानों का संवेध
१६० गाथा १०१
२०७-२०८ ज्ञानावरण, अन्तराय कर्म का गुणस्थानों में बंध, उदय और सत्तास्थानों का संवेध
२०८ गाथा १०२, १०३, १०४
२०८-२११ दर्शनावरण कर्म के त्रिक का गुणस्थानों में संवेध गाथा १०५
२११-२१३ गुणस्थानों में वेदनीय कर्म का संवेध
२११ गाथा १०६, १०७, १०८
२१३-२१७ गुणस्थानों में आयु कर्म के संवेध भग
२१५ गाथा १०६, ११०
२१७-२२० गुणस्थानों में गोत्रकर्म के संवेध भंग
२१८ गाथा १११, ११२, ११३
२२०-२२४ गुणस्थानों में मोहनीयकर्म के पदप्रमाण
२२१ गाथा ११४, ११५, ११६
२२४-२२७ गुणस्थानापेक्षा मोहनीय कर्म की उदयपद-संख्या
२२५ गाथा ११७
२२७-२२८ योग, उपयोग, लेश्यादि के भेद से मोहनीय कर्म के भंग और पद जानने का विधि सूत्र
२२७ गाथा ११८
२२८-२३१ उपयोगापेक्षा गुणस्थानों में मोहनीय कर्म के उदय भंग
२२८
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