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- श्री चन्द्रर्षि महत्तर प्रणीत
पंचसंग्रह (१०) (सप्ततिका-प्ररूपणा अधिकार) .
_ हिन्दी व्याख्याकार ___ स्व० मरुधरकेसरी प्रवर्तक मुनि श्री मिश्रीमल जी महाराज
0 दिशा निदेशक
मरुधरारत्न प्रवर्तक मुनि श्री रूपचन्द जी म० 'रजत' D संयोजक-संप्रेरक
मरुधराभूषण श्री सुकनमुनि
। सम्पादक
देवकुमार जैन - प्राप्तिस्थान
श्री मरुधरकेसरी साहित्य प्रकाशन समिति पीपलिया बाजार, ब्यावर (राजस्थान)
प्रथमावृत्ति
वि० सं० २०४२ पौष; जनवरी १९८६ .. [गुरुदेवश्री की द्वितीय पुण्य तिथि] 0 मूल्य
लागत से अल्पमूल्य २०/- बीस रुपया सिर्फ 0 मुद्रण
श्रीचन्द सुराना 'सरस' के निदेशन में शक्ति प्रिंटर्स, आगरा
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