SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 29
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ गाथा ११, १२ दर्शनावरण कर्म के संक्रम और पतद्ग्रह स्थान ज्ञानावरण और अंतराय कर्म के संक्रम और पतद्ग्रह स्थान वेदनीय और गोत्र कर्म के संक्रम और पतद्ग्रह स्थान मोहनीय कर्म के संक्रमस्थान ( २२ ) गाथा १४ मोहनीयकर्म के पतद्ग्रहस्थान उपशमश्रेणि में वर्तमान औपशमिक सम्यग्दृष्टि की मोहनीय की संक्रम-पतद्ग्रह विधि ३७ उपशमश्रेणि में वर्तमान क्षायिक सम्यग्दृष्टि की मोहनीय की संक्रम-पग्रह विधि क्षपकश्रेणि में वर्तमान क्षायिक सम्यग्दृष्टि की मोहनीय की संक्रम-पतद्ग्रह विधि गाथा १३ ज्ञानावरण और अन्तराय कर्म की प्रकृतियों के संक्रम और ' पतद्ग्रह स्थानों के साद्यादि भंग वेदनीयकर्म के साद्यादि भंग गोत्रकर्म के साद्यादि भंग मोहनीय कर्म के पतद्ग्रह - संक्रमस्थानों के साद्यादि भंग मोहनीय कर्म के संक्रमस्थान जानने की विधि गाथा १७ २३-४३ २५ गुणस्थानों में मोहनीयकर्म के संक्रमस्थान Jain Education International Xx २५ २६ २८ ३४ ४७-४८ दर्शनावरणकर्म के संक्रम और पतद्ग्रह स्थानों के साद्यादि भंग ४७ ४६ For Private & Personal Use Only ४० गाथा १५ दर्शनावरणकर्म के संक्रम और पतद्ग्रह स्थानों को जानने की ४६ विधि ५० गाथा १६ ५० ५१-५२ ५१ ४२ ४४-४७ ४४ ४५ ४५ ४६ www.jainelibrary.org
SR No.001904
Book TitlePanchsangraha Part 07
Original Sutra AuthorChandrashi Mahattar
AuthorDevkumar Jain Shastri
PublisherRaghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur
Publication Year1985
Total Pages398
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Karma
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy