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गाथा ४०
६६-१०१ प्रकृति बंधादि के लक्षण
६६ गाथा ४१
१०१-११० प्रकृतियों में दलिक-विभाग विधि ज्ञानावरण, दर्शनावरण, मोहनीय और नामकर्म में घातिअघाति अपेक्षा दल-विभाग का परिमाण उत्कृष्ट पद में प्रदेशों का अल्पबहुत्व
जघन्य पद में प्रदेशाग्र-अल्पबहुत्व गाथा ४२
११०-१११ रसभेद से मोहनीय, आवरणद्विक का प्रदेश विभाग
११० गाथा ४३
१११-११४ रसभेद की अपेक्षा मोहनीय कर्म की सर्वघातिनीदेशघातिनी प्रकृतियों के दल विभाग का विशद वर्णन रसबंध की प्ररूपणा के पन्द्रह अधिकार
११४ गाथा ४४
११४-११८ अध्यवसाय, अविभाग प्ररूपणा
११४ अविभाग प्ररूपणा गाथा ४५
११८ रस सम्बन्धी प्रश्न और उसका उत्तर गाथा ४६
११८ -१२० वर्गणा प्ररूपणा
११८ गाथा ४७-४८
१२०-१२२ स्पर्धक प्ररूपणा
१२० अन्तर प्ररूपणा गाथा ४६-५०
१२२-१२७ स्थान, कंडक, षट्स्थान प्ररूपणा
१२२ कंडक प्ररूपणा षट्गुणीवृद्धि का क्रम और स्वरूप
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