________________
प्राकृतव्याकरण
१८१
बहुषु न्तु ह मो ॥ १७६ ।। विध्यादिषूत्पन्नानां बहुष्वर्थेषु वर्तमानानां त्रयाणां त्रिकाणां स्थाने यथासंख्यं न्तु ह मो इत्येते आदेशा भवन्ति । न्तु । हसन्तु, हसन्तु हसेयुर्वा । ह। हसह, हसत हसेत वा । मो। हसामो हसाम हसेम वा । एवम् । तुवरन्तु' तुवरह तुवरामो।
विधि, इत्यादि अर्थों में उत्पन्न हुए (और) बहु ( = अनेक) इस अर्थ में होनेवाले त्रयों के त्रिकों के स्थान पर अनुक्रम से न्तु, ह और मो ऐसे ये आदेश होते हैं । उदा-न्तु (का उदाहरण): .. हसन्तु ( यानी ) हसन्तु किंवा इसेयुः ( हंसने दो या हसे ऐसा अर्थ है )। ह (का उदाहरण):-हसह (यानी) सत अथवा हसेत (- तुम हसो या तुम हसें ऐसा अर्थ है। भो ( का उदाहरण ): "हसामा ( यानी ) हसाम किंवा हसेम ( हमें हँसने दो या हम हसैं, ऐसा अर्थ है)। इसीप्रकार:-तुवरन्त... तुवरामो (ऐसे रूप होते हैं)।
__ वर्तमाना भविष्यन्त्योश्च ज जा वा ।। १७७ ॥ बर्तमानाया भविष्यन्त्याश्च विघ्यादिषु च विहितस्य प्रत्ययस्य स्थाने ज्ज ज्जा इत्येतावदेशौ वा भवतः । पक्षे यथाप्राप्तम् । वर्तमाना। हसेज्ज हसेज्जा। पढेज्ज' पढेज्जा । सुणेज्ज३ सुणेज्जा । पक्षे । हसइ । पढइ। सुणइ । भविष्यन्ती। पढेज्ज पढेज्जा । पक्षे । पढिहिइ । विध्यादिषु । हसेज्ज हसिज्जा। हसतु हसेद् वा इत्यर्थः । पक्षे । हसउ । एवं सर्वत्र । यथा तृतीयत्रये। अइ वाएज्जा । अइवायावेज्जा । न समणु जाणामि न समणुजाणेज्जा वा । अन्ये त्वन्यासामपीच्छन्ति। होज्ज, भवति भवेत् भवतु अभवत् अभूत् बभूव भूयात् भविता भविष्यति अभविष्यद् वा इत्यर्थः। __वर्तमानकाल के तथाही भविष्यकाल के और विधि इत्यादि । अर्थों ) में कहे हुए जो प्रत्यय, जनके स्थान पर ज्ज और ज्जा ऐसे ये आदेश विकल्प से होते हैं। (विकल्प--- ) पक्ष:-हमेशा के प्रत्यय होते ही हैं । उदा.-.- वर्तमानकाल में :--- हसेज्ज ...."सुणेज्जा; (विकल्प-~-) पक्षमें: - हसइ.'सुणइ । भविष्यकाल में:पढेज्ज, पढेज्जा; ( विकल्प-) पक्षभे :--- पढिहिइ । विधि, इत्यादि में:--हसेज्ज, हसेज्जा ( यानी हसतु किया हसेत् ऐा अर्थ है; ( विकल्प ----- ) पक्षमें:-हस । इसी प्रकार सर्व स्थानों पर। उदा-तृतीय के त्रय में : ---अइ वाएज्जा... .. समण जाणामि अथवा न समणुजाणेज्जा। (ज्ज और ज्जा में आदेश ) अन्य काल और १. Vत्वर । . २. /पठ् ।
३. Vश्रु-सुण । ४. / अति+पत् । ५. /समनुज्ञा।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org