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VI
Nagakumara visits the cave called Kanchana Guha'. णेहणिबंधु णिउंजिवि भीमासुरमणु रंजिवि ।
सवणहिययहरु बोल्लिवि कालगुहाणणु मेल्लिवि ॥ ध्रुवकं ॥ णिग्गंते जंते विउलवहे
केसरिकिसोरकयहरिणवहे। सिरिणायकुमारे पुच्छियउ
अच्छेरयाणिलउ णियच्छियउ । जइ तो तुहुं महु सञ्चउ कहहि उवयारिहे किं हियवउ रहहि । ता दूरंतरे थाएवि चविय
सवरे कंचणगुह दक्खविय । वाले सहुँ गउ कंपियसिहरि
तहिं झत्ति पइट्ठउ पुरिसहरि । मणिरसणाकिंकिणिणीसणिय
देवय णामेण सुदंसणिय । गहियंग्यवत्तेससहरमुहिय
चल्लिय रइरमणहो संमुहिय । लहु अन्भागयपडिवत्ति कैय
आघोसइ सई भो चत्तभय । णमितित्थहो लग्गिवि णिउणमइं मई रक्खियाउ विजाउलई। हुँउ भल्लउ आयउ जं णिवइ
भो भो सुंदर तुहुं विमलमइ । घत्ता-ता पभणइ मयरद्धउ कहिं महु विजउ सिद्धउ ।
णिरवसेसु सुरसारिए भणु संबंधु भडारिए ॥१॥
Sudarsanadevi tells Nagakumara how Jitasatru, the son of Vidyadhara
Vidyutprabha, acquired vidyas there. ता कहइ सुदंसण मयपउरे
इह रययमहीहरे अलयउरे । विजप्पहु णामें खयरवइ
तहो विमला गेहिणि हंसगइ । 1. १ D omits ध्रुवकं. २ C हरिणि, ३ E अग्घ. ४ D वत्तु. ५ E गय. ६ E णउणमइ.
__ E तुहूं.
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