SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 449
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ -- मुद्रणाधीन ग्रन्थ - 1. जैन इन्सक्रिप्सन आफ द (राजस्थान के प्राचीन, ऐतिहासिक एवं वैशिष्ट्य पूर्ण जैन राजस्थान शिलालेखों, मूर्तिलेखों का परिचयात्मक वर्णन) ले० रामवल्लभ सोमानी ले० लक्ष्मीचन्द जैन 2. एग्जेक्ट सायन्स फ्रोम जैन सोर्सेज पार्ट I, बेसिक मेथेमेटिक्स 3. उपमिति भव प्रपंचा कथा (महर्षि सिद्धषि रचित ग्रन्थ का हिन्दी अनुवाद सं० एवं अनु० महोपाध्याय विनयसागर तथा अनु० लालचन्द जैन 4. अपभ्रंश और हिन्दी डॉ० देवेन्द्रकुमार जैन बौद्ध एवं गीता के प्राचार डॉ० सागरमल जैन दर्शन के संदर्भ में जैन प्राचार दर्शन का तुलनात्मक एवं समालोचनात्मक अध्ययन }. ऋषिभाषित सूत्र 2 नीतिवाक्यामृत सम्पादनाधीन ग्रन्थ (हिन्दू, बौद्ध और जैन सर्वज्ञ ऋषियों के सारगभित उद्बोधन; मूल हिन्दी एवं अंग्रेजी अनुवाद) अनु० महोपाध्याय विन यसागर; कलानाथ शास्त्री (प्राचार्य सोमदेव रचित राजनीति के सिद्धान्तों का हिन्दी व अग्रेजी में अनुवाद) अनु० डॉ० एस० के० गुप्ताः डा० बी० प्रार० मेहता (हाल कवि रचित सप्तशती का हिन्दी व अंग्रेजी अनुवाद) अनु० डॉ० हरिराम प्राचार्य; डी० सी० शर्मा 4. गाथा सप्तशती Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001850
Book TitleGandharwad
Original Sutra AuthorJinbhadragani Kshamashraman
AuthorVinaysagar
PublisherRajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
Publication Year1982
Total Pages188
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, & Canon
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy