________________
ओशो की समाधि पर स्वर्ण अक्षरों में अंकित है :
OSHO Never Born
Never Died Only Visited this Planet Earth between Dec 11 1931 - Jan 19 1990
ध्यान और सृजन का यह अनूठा नव-संन्यास उपवन, ओशो कम्यून, ओशो की विदेह-उपस्थिति में भी आज पूरी दुनिया के लिए एक ऐसा प्रबल चुंबकीय आकर्षण-केंद्र बना हुआ है कि यहां निरंतर नये-नये लोग आत्म-रूपांतरण के लिए आ रहे हैं तथा ओशो की सघन-जीवंत उपस्थिति में अवगाहन कर रहे हैं।
Barrere
572
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org