________________
ज्ञानपीठ मूर्तिदेवी जैन ग्रन्थमाला : प्राकृत ग्रन्थांक-१५
आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती रचित
गोम्मटसार
(जीवकाण्ड) द्वितीय भाग
[ श्रीमत्केशववर्णी विरचित कर्णाटवृत्ति, संस्कृत टीका जीवतत्त्वप्रदीपिका,
हिन्दी अनुवाद तथा प्रस्तावना सहित ]
सम्पादन एवं अनुवाद डॉ. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये सिद्धान्ताचार्य पं. कैलाशचन्द्र शास्त्री
भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन
वीर नि. संवत् २५२२ ० वि. संवत् 20५३ 0 सन् १६६७ द्वितीय संस्करण - मूल्य १८५.०० रुपये
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org