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________________ मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ न्यूरोसर्जरी का खर्च विभिन्न केसो में अलग-अलग होता है । इसमें बीमारी का प्रकार उसकी गंभीरता, इमरजन्सी सर्जरी की आवश्यकता, सर्जन का अनुभव, सर्जरी का शहर - स्थल, अस्पताल की सुसज्जता और एनेस्थेसिआ का ख़तरा (जैसे कि वृद्ध लोगों और हृदयरोग - डायाबिटीस के मरीज़ को ख़तरा ज्यादा होता हैं, ऐसे अनेक प्रकार के परिबलो पर खर्च निर्भर रहता है । परदेश में ज्यादातर खर्च इन्स्योरन्स एजन्सी पर होने से डोक्टर या मरीज़ को इन प्रश्नों पर समय या शक्ति नष्ट नहीं करनी पड़ती हैं । आशा रखें कि हमारा समाज भी इस प्रकार जाग्रत हो । 262 सुर्खियाँ रोड अकस्मात या अन्य तरीके से दिमाग या करोड़रज्जु को ईजा हो तो तात्कालिक न्यूरोसर्जिकल सारखार की जरूरत पडती है । आजकल ब्रेईन ट्यूमर से ले कर नर्व ( चेता) तक की न्यूरोसर्जरी अत्याधुनिक प्रक्रिया से की जाती है और उसके बहोत अच्छे परिणाम पाए जाते है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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