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स्नायु की बीमारियाँ (Myopathies)
सुर्खियाँ
स्नायुओं की बीमारियों में मुख्यतः वंशानुगत अर्थात् हेरिडिटरी मायोपथीज होती है ।
• डशेन मस्क्युलर डिस्ट्रोफी सिर्फ पुरुषों में होती है, जिसमें चलने में या चढने - उतरने में परेशानी से लेकर जानलेवा फेफडे का संक्रमण लगने की संभावना रहती है ।
• लिंबगर्डल डिस्ट्रोफी में कमर और कंधे के स्नायु कमजोर होते है और कभी श्वासोच्छवास में परेशानी होती हैं । यह स्त्री-पुरुष दोनों में होती है ।
रक्त में पोटेश्यम का प्रमाण कम होने पर हाथ में कंधे तरफ और पैर में जाँघ तरफ के स्नायुओं में कमजोरी आती है, उसे हाइपोकेलेमिक पीरीयोडिक पेरालिसीस कहते है ।
• रक्त में पोटेश्यम का प्रमाण बढ़ने से होनेवाली स्नायुओं की कमजोरी को हाइपर केलेमिक पीरीयोडिक पेरालिसीस कहते है ।
• पेरामायोटोनिया कोन्जेनीईटा में ठंडे वातावरण में या तो बिना कारण कमजोरी आती है ।
• स्नायुओं की जन्मजात चयापचय की गड़बड़ से होने वाली मायोपथी को मेटाबोलिक मायोपथी कहते हैं ।
• नवजात शिशु में देखने को मिलने वाली स्नायुओं की बीमारी को कोन्जेनाईटल मायोपथी कहते है ।
• पोलीमायोसायटीस में स्नायुओं में सूजन आती है, वह कमजोर होते है और मरीज विकलांग हो जाता है ।
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