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________________ 12 - मस्तिष्क की संक्रमित बीमारिया ( CNS Infections ) दुर्भाग्यवश अपने देश में अभी भी यह बीमारी ज्यादा प्रचलित है, क्योंकि अज्ञानता और गंदगी की मात्रा ज्यादा है । साथ ही गाँवो तक मेडिकल सिस्टम और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में विकसित तथा उपलब्ध नहि है । इस लिए नियंत्रित हो सकती ऐसी बीमारियों में भी प्रति वर्ष सेंकड़ो नागरिक मृत्यु के शरण हो जाते हैं । (८) पोलियोमायलाइटिस : 1 वायरस का यह संक्रमण एन्टरोवायरस से होता है और करोडरज्जु के एन्टिरिअर होर्न सेल का नाश कर देते हैं । कदाचित परिणामतः शरीर के अवयव जल्दी से शिथिल हो जाते है । परंतु सौभाग्यवश टीकाकरण के अभियान से यह बीमारी अब विश्वभर में से अद्रश्य हो रही है I उसकी ट्रीटमेन्ट मुख्यतः पूरक उपचार ही रहती है । कोई खास दवा नहीं होती है। छोटे बच्चो में बुखार के दौरान स्नायु में इंजेक्शन नहि देने से पोलियो के किस्से कम होते है I पल्स पोलीयो कार्यक्रम : 159 हरेक नवजात शिशु को पोलीयो की रसीका पूरा कोर्स करने के फल स्वरुप देश में से यह रोग संपूर्णतः दूर करने की दिशा में हम काफी मात्रा में सफल हुए हे । स्वास्थ्य विभाग और तबीबी विज्ञान की यह महत्वपूर्ण उपलब्धि कही जा सकती है । फिर भी, देश के दूर दूर के गांवो में कभी भी पोलीयो की खबर दैनिक पत्रो में आती रहती है । स्वास्थ्य विभाग ने इस रोग को मूलतः और हंमेश के लिए देश में से हटाने के उद्देश्य को परिपूर्ण करने के लिए पल्स पोलीयो अभियान आरंभ कीया है और उसके परिणामत: देश में से यह बिमारी को संपूर्णत: विदाय करने की दिशा में हम मंजिल की तरफ पहूंचने से कुछ कदम ही दूर है ऐसा जरुर कह सकते है । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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