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पर व्यक्ति को धन लाभ तथा स्त्री को सन्तान लाभ होता है। स्त्री के हाथ में ऐसे लक्षण गर्भाधान के समय उपस्थित होते हैं, साथ ही व्यक्ति को आर्थिक लाभ भी होता है। अत: इस प्रकार के धब्बे गुण हैं। कुछ धब्बे बताये हुए काले तथा लाल धब्बों की अपेक्षा देखने में बिल्कुल अलग होते हैं। रोग सूचक धब्बे हाथ में कहीं-कहीं और विशेष बड़े देखे जाते हैं।
ठण्डा हाथ
ठण्डे हाथ ऐसे व्यक्तियों के होते हैं, जिनके शरीर में खून की कमी होती है। ऐसे व्यक्ति घबराते अधिक हैं तथा इनका रक्तचाप भी लो होता है। ऐसे व्यक्तियों को यौन सम्बन्धी कमजोरी होती है। स्त्री होने की दशा में इन्हें गर्भाशय के रोग, जैसे श्वेत-प्रदर, बच्चेदानी खिसकना, गर्भाशय में रसौली, छाती में दर्द आदि रोग देखे जाते हैं। ऐसे व्यक्ति की कामशक्ति का निरन्तर ह्रास होता जाता है। ऐसे व्यक्ति की निम्न रक्तचाप के कारण बहू-मूत्र रोग हो जाता है, परन्तु मधुमेह नहीं होता।
गरम हाथ
हाथ छूने पर कभी-कभी अप्राकृतिक रूप से गरम होता है। गरम होने पर यह बीमारी का लक्षण है। कई व्यक्तियों के हाथ स्वास्थ्य अच्छा होने के बावजूद भी गरम रहते हैं। परन्तु ऐसे हाथ अधिक गरम नहीं होते। इस प्रकार के व्यक्ति धनी होते हैं
और शीघ्र ही उन्नति करते हैं। अत्यधिक गरम हाथ वाले व्यक्ति कामुक होते हैं। इनके पेशाब में जलन रहती है या वीर्य में अम्लपित्त का प्रभाव पाया जाता है। विशेष गरम हाथ शरीर में अम्ल या पित्त की अधिकता के कारण होते हैं। ऐसे व्यक्तियों को चाय, अण्डे, मछली, मांस जैसी गरम वस्तुओं तथा शराब, तम्बाकू आदि से दूर रहना चाहिए। ऐसे व्यक्तियों की मृत्यु अधिकांश नस फटने से होती है।
खाली हाथ
जिन व्यक्तियों के हाथों में हथेली के मध्य में गहरा गड्ढा होता है, उन्हें खाली हाथ वाले व्यक्ति कहते हैं। ऐसे व्यक्तियों के गले में खुश्की व पेट के रोग होते हैं। ऐसे व्यक्ति स्वभाव से चिड़चिड़े होते हैं। दूसरों का मजाक तो बना सकते हैं, परन्तु अपना मजाक होने पर इन्हें बुरा लगता है। ऐसे व्यक्ति कभी कम और कभी ज्यादा बोलते हैं। इनके दांत खराब होते हैं और पैर में प्राय: चोट लगती है। ये अधिक सोचने वाले होते हैं। आर्थिक दृष्टि से ये देर से सफल होते हैं, परन्तु इनकी सफलता से परिजनों तथा इनके मित्रों को भी लाभ होता है। ये व्यक्ति दयालु तथा दानवीर होते हैं, चाहे इनके पास कुछ भी देने के लिए न हो, इनका मन अपना सब कुछ दान
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