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* रत्न उपरत्न और नग नगीना ज्ञान ★ २. गुरु-लाभ भवनों का स्वामी होने पर गुरु ग्रह वाले को पुखराज धारण
करने से उत्तम पत्नी मिलती है। राज्यकृपा तथा वाहन की प्राप्ति होती
है। ३. मंगल-धन, सम्मान, आयु, धन तथा पुरुषार्थ में वृद्धि होगी किन्तु यह
तभी धारण करना चाहिए, जब राशि से सम्बन्धित ग्रहों और कुंडली में उनके स्थान का सही निर्णय हो जाए तथा पुखराज धारण करना लाभदायक
सिद्ध हो। ४. शुक्र-शुक्र के बलवान होने पर हीरा राजयोग अर्थात् धन और पदवी
को दिलाएगा, साथ ही वाहनादि का सुख भी प्रदान करेगा। दुःखों को
सुखों में बदल देगा। ५. बुध-यह अनुसंधान कार्यों में वृद्धि की प्रखरता दिलाएगा। स्त्री-सुख
भी प्राप्त होगा। ६. चन्द्र-चन्द्रमा षष्ठेश बनने पर भी धन की वृद्धि कराएगा और स्वास्थ्य
में अद्वितीय वृद्धि करेगा। ७. सूर्य-यहाँ सूर्य सप्तम का स्वामी बनता है तथा बलवान बनाया गया
सूर्य पत्नी के कुल को तथा पत्नी को उच्चस्तरीय बनाता है। स्त्री की आयु में वृद्धि करता है। कुम्भ लग्न वालों के लिए भी नीलम व हीरा पहनना उपयुक्त रहेगा।
मीन लग्न १. गुरु-गुरु लग्नेश और दशमेश बनाता है तथा व्यक्ति को राज्यकृपा से विभूषित करता है। शुभ कर्मों के प्रति प्रवृत्ति बढ़ाता है। पुत्र के भाग्य
को उज्ज्वल करता है तथा धन-धान्य से भर देता है। २. मंगल-यह धन तथा विद्या की वृद्धि करेगा। आयु और स्वास्थ्य को
बढ़ाएगा। ३. शुक्र-सुख-शान्ति में वृद्धि करेगा। पदोन्नति और धन देगा। रति
क्रिया में विशेष रुचि उत्पन्न करेगा। ४. बुध-व्यक्ति में बौद्धिक और मानसिक शक्ति बढ़ती है। स्त्री के
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