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________________ जैन धर्म का सरल परिचय जैन धर्म बलभद्र जैन, कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर, 1996 मुनि सुशीलकुमार, अ.भा.श्वे.स्वा.जैन कान्फ्रेंस भवन, नई दिल्ली, 1958 पु. अभयसागर जी मा., श्री वर्द्धमान जैन पेढ़ी, पालीताणा, वि.सं. 2038 तत्त्वज्ञान स्मारिका तर्क संग्रह तट दो प्रवाह एक तैतेरीय उपनिषद नवपदारथ न्याय कुसुमांजली नवतत्त्व प्रकरणः सार्थ आ. तुलसी, जैन विश्वभारती, लाडनूँ सं. श्री राम शर्मा, संस्कृति संस्थान, बरेली, 1978 आ. भिक्षु, जैन श्वेता. तेरापंथ महासभा, कलकत्ता, 1961 डा. श्री नारायण मिश्र, भारतीय विद्या प्रकाशन, वाराणसी, 1997 पं. हीरालाल जी दुगड़, प्र. श्री आदिनाथ जैन श्वे. संघ, बंगलोर, सं. 2042 डा. नेमिचन्द्र शास्त्री, तारा बुक एजेन्सी, वाराणसी, 1988 साध्वी राजीमति, आदर्श साहित्य प्रकाशन, चुरू, सन् 2000 डा. वात्स्यायन, केदारनाथ रामनाथ, मेरठ, 1984 डा. रामनाथ वर्मा, केदारनाथ रामनाथ, मेरठ, 1984 प्राकृत भाषा और साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास पर्युषण साधना पाश्चात्य दर्शन पाश्चात्य दर्शन का ऐतिहासिक विवेचन पुनर्जन्म का सिद्धान्त पुण्य-पाप तत्त्व बन्ध शतक ब्रह्मबिन्दु उपनिषद डा. एस.आर. व्यास, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर 1990 कन्हैयालाल जी लोढा, प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर श्री उदयप्रभसूरि, भारतीय प्राच्य तत्त्व प्रकाशन समिति, पिण्डवाडा, वि. 2026 संपा. श्री रामशर्मा 'आचार्यप्रका, संस्कृत संस्थान, बरेली, सं. 1978 सं. श्री राम शर्मा, प्र. गीता प्रेस, गोरखपुर, सं. 2012 गुरुदत्त, प्र. शाश्वत संस्कृति परिषद्, नई दिल्ली, 1982 बृहदारण्यक उपनिषद् ब्रह्मसूत्र 501 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001737
Book TitleVishevashyakBhasya ke Gandharwad evam Nihnavavada ki Darshanik Samasyaye evam Samadhan Ek Anushila
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVichakshansree
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2006
Total Pages534
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, Religion, & Principle
File Size9 MB
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