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________________ ॥ कल्याण- कलिका. खं० २॥ पूजा पूरी थया पछी "ग्रहशान्ति स्तोत्र'नो पाठ करी दिक्पालोनो पाटलो जिनप्रतिमाना डाबा अंगनी दिशामां अने ग्रहोनो पाटलो | जमणा अंगनी दिशामां मूकबो. दिक्पालपूजाविधि २. दिपाल पूजा कोष्टक - १० दिक्पाल | | इन्द्र | अग्नि | यम | निरीति | वरुण | वायु | कुबेर । ईशान | नाग | ब्रह्मा आलेखन द्रव्य | गोरोचन रक्त चन्दन| अगर कस्तूरी अगर कस्तूरी| अगर कस्तुरी चन्दन केसर| चन्दन बरास चंदन | चंदन | चंदन कर्पूर | ॥ तृतीया ह्रिके दिकृपालादिपूजनविधि ॥ ॥ ११० ॥ देत पूजन द्रव्य | केसरवास | केसर | केसर | अगर चन्दन अगर-चन्दन | वास-चूर्ण | चन्दन बरास ___ चंदन | चंदन | चन्दन सोवनं चंपो जासूल दमणो मरुओ मालती मरुओ दमणो मरुओ चंपक दमणो| कुमुद बा मोगरो-चंपो | सेवंत्रोजाइ जंबीरी | राती- काली | दाडिम | दाडिम | नारंगी । बिजोरु | जाइ | बादाम | विजोरूं सोपारी | सोपारी | श्याम-उदो शेलडी | उजली पीलुं । रातुं । कालुं रंग | आस्मानी | ३नीखें नालु । मात्माना। श्वेत । इबेत | श्वेत मोतियो | चूरमानो | अडदनो | तिलनो | तिलनो लाडु मगनो लाडु | घीसीदल घीसीदल पेंडा लाडु | लाडु । लाहु लाडु मगदनो अक्षतपा-| अक्षत | अक्षत | अक्षत- अक्षत-पानादि अक्षत | अक्षत-पानादि | अक्षत- अक्षत | अक्षतपान नादि | पानादि | पानादि | पानादि पानादि पानादि | पानादि टीप्पणी : १. ग्रन्थातरे नील २. ग्रन्थान्तरे पीत ३. ग्रन्थान्तरे रक्त द्रव्यादि ॥११० ॥ Jain Education International www.jainelibrary.org For Private & Personal Use Only
SR No.001723
Book TitleKalyan Kalika Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanvijay Gani
PublisherK V Shastra Sangrah Samiti Jalor
Publication Year1986
Total Pages660
LanguageSanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari, Ritual_text, Ritual, Shilpvastu, & Muhurt
File Size11 MB
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