SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 579
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ८ परमसखा मृत्यु प्रवचनसार प्रवचनसारीद्धार प्रज्ञापना सूत्र पंचास्तिकायसार प्रश्नव्याकरणसूत्र प्रतिक्रमण सूत्र सार्थ प्राच्य धर्म और पाश्चात्त्य विचार पश्चिमी आचार विज्ञान का आलो चनात्मक अध्ययन पुरुषार्थसिद्धयुपाय जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शनों का तुलनात्मक अध्ययन काका कालेलकर, सस्ता साहित्य मण्डल नई देहली १९६६ प्रमाणनयतत्त्वालोक पाराशर स्मृति पार्श्वनाथ का चातुर्याम धर्म पंचतंत्र पश्चिमी दर्शन पश्चिमी दर्शन फण्डामेन्टल्स आफ एथिक्स फाइव टाइप्स आफ एथिकल थ्योरीज फर्स्ट प्रिंसीपल्स बौद्ध दर्शन तथा अन्य भारतीय दर्शन दो भाग Jain Education International कुन्दकुन्दाचार्य, परमश्रुत प्रभावक मन्डल, बम्बई, १९३५ ई० नेनिचन्द्र सूरी, श्री देवचन्द लालचन्द पुस्तकोद्धार फंड बम्बई, वी० सं० २४४८ सम्पादक आचार्य अमोलखऋषिजी, ज्वाला प्रसाद हैदराबाद कुन्दकुन्दाचार्य, बम्बई वि० सं० १९७२ सम्पादक - मुनि हस्तिमल जी, हस्तीमल सुराणा पाली १९५० ई० लाला तिलोक रत्न परीक्षा बोर्ड, पाथर्डी राधाकृष्णन्, राज्यपाल एण्ड सन्स देहली १९६७ ई० ईश्वरचन्द शर्मा, राज्यपाल एण्ड सन्स देहली १९६१ ई० अमृतचन्द्र, सेन्ट्रल जैन पब्लिक हाउस लखनऊ १९३३ ई० वादिदेव सूरी, आत्मजागृति कार्यालय, ब्यावर संस्कृति संस्थान बरेली (देखिए २० स्मृतियां) धर्मानन्द कौसम्बी, हिन्दी रत्नाकर ग्रन्थालय बम्बई भण्डारकर ओरियन्टल रिसर्च इन्सटीट्यूट पूना १९३८ ई० दीवानचन्द्र, सूचना विभाग उ०प्र० १९५७ ई० जे० एन० सिन्हा, जय प्रकाशनाथ एण्ड को ० मेरठ १९६० ई० अरबन सी० डी० ब्राड हर्बर्ट स्पेन्सर, छठा संस्करण वाट्स एण्ड को०, लन्दन भरतसिंह उपाध्याय, बंगाल हिन्दी मण्डल सं० २०११ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001674
Book TitleJain Bauddh aur Gita ke Achar Darshano ka Tulnatmak Adhyayana Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherRajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
Publication Year1987
Total Pages586
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Philosophy
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy