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________________ केनोपनिषद् कौटलीय अर्थशास्त्र कासमोलाजी ओल्ड एण्ड न्यू कान्टस् सिलेक्शन कन्टेम्पररि एथिकल थ्योरीज खुद्दक पाठ श्रीभद्भगवदगीता गीता (शांकर भाष्य ) गीता (रामानुज भाष्य ) गोम्मटसार गोम्मटसार श्रीमद्भगवदगीतारहस्य गीता गणधरवाद जैन, बौद्ध और गीता के आचार दर्शन का तुलनात्मक अध्ययन ए० एन० उपाध्ये, रायचन्द्र जैन शास्त्रमाला, अगास १९६० ई० संस्कृति संस्थान, बरेली (१०८ उपनिषदें ) गुप्ता प्रेस, मुजफ्फरपुर - सं० २०१० जी० आर० जैन, जे० एल० जैनी ट्रस्ट, इन्दौर - १९४२ ई० माडर्न स्टूडेन्ट लायब्र ेरी थामस इंग्लिश हिल, मैकमिलन कंपनी, न्यूयार्क - १९६० धर्मरत्न, महाबोधि सभा, सारनाथ गीता प्रेस, गोरखपुर गीता प्रेस, गोरखपुर - सं० २०१८ गीता प्रेस, गोरखपुर - सं० २००८ आचार्य नेमिचन्द्र, श्री परस श्रुत प्रभावक श्रीमद् राजचन्द्र जैन, शास्त्रमाला आगास सं० २०१६ तिलक बाल गंगाधर, तिलक मंदिर, पूना १९६२ ई० डब्ल्यू ० डी० पी० हिल आक्सफोर्ड - १९५३ ई० जिनभद्र, सम्पादक- पं० दलसुखभाई मालवणिया, गुजरात विद्यासभा, अहमदाबाद - १९५२ ई० आदन्द के० कुमार स्वामी एवं आई० बी० हानर सूचना प्रकाशन विभाग, देहली अल्बर्ट यूरेशिया, पब्लिशिंग, न्यू देहली सर्वानन्द पाठक, चौखम्बा, वाराणसी भिक्षु जगदीश, नव नालंदा संस्करण शंकराचार्य, देखिए - स्तोत्र रत्नावली, गीता प्रेस २०२२ गीता प्रेस, गोरखपुर संस्कृति संस्थान बरेली, देखिए - १०८ उपनिषदें भिक्षु धर्मरक्षित महाबोधि सभा, सारनाथ राधाकृष्णन्, अनु० कृष्णचन्द्र, राजकमल प्रकाशन, देहली - १९६२ ई० गौतम बुद्ध ग्रेट ट्रेडीशन्स इन इथिक्स चार्वाक दर्शन को शास्त्रीय समीक्षा चूलनिद्देस पालि चर्पटपंजरिकास्तोत्र छान्दोग्योपनिषद् जाबालोपनिषद् जातिभेद और बुद्ध जीवन की आध्यात्मिक दृष्टि Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001674
Book TitleJain Bauddh aur Gita ke Achar Darshano ka Tulnatmak Adhyayana Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherRajasthan Prakrit Bharti Sansthan Jaipur
Publication Year1987
Total Pages586
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Philosophy
File Size10 MB
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