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________________ प्रस्तावना ५३ ईश्वर का निरसन, मुक्ति का स्वरूप तथा मुनि का सम्पूर्ण अपरिग्रह व्रत ये इस के प्रमुख विषय हैं । इस स्तोत्र पर किसी अज्ञात लेखक की संस्कृत टीका है। [प्रकाशन-- १ मूल- सनातन जैन ग्रन्थमाला का प्रथम गुच्छक काशी १९०५ तथा १९२५; २ संस्कृतटीकासहित - तत्त्वानुशासनादि संग्रह में – सं. पं. मनोहरलाल, माणिकचन्द्र ग्रन्थमाला, बम्बई १९१८; ३ मराठी स्पष्टीकरण के साथ - पं. जिनदासशास्त्री फडकुले, प्र. हिराचंद गौतमचंद गांधी, निमगांव १९२१; ४ हिन्दी अनुवाद के साथ - पं. श्रीलाल तथा लालाराम, चुन्नीलाल जैन ग्रन्थमाला ] ___ उपर्युक्त विवरण के अनुसार पात्रकेसरी समन्तभद्र के बाद एवं अकलंक तथा शान्तरक्षित के पहले हुए हैं अतः उन का समय छठी या सातवीं सदी में निश्चित है । १८. शिवार्य-जिनदासगणी महत्तर ने सन ६७६में निशीथसूत्र की चूर्णि लिखी । इस में जैन दर्शन की महिमा बढानेवाले ग्रन्थों के रूप में सिद्धिविनिश्चय तथा सन्मति इन दो ग्रन्थों का उल्लेख है। पहले इस सिद्धि विनिश्चय को अकलंककृत समझा गया। किन्तु बाद में पता चला कि यह अकलंक से पूर्ववर्ती शिवार्य अथवा शिवस्वामी नामक आचार्य का ग्रन्थ है । इस का उल्लेख शाकटायन ने अपने व्याकरण में इस प्रकार किया है (१।३।१६८)- 'शोभनः सिद्धेविनिश्चयः शिवार्यस्य शिवार्येण वा' । शाकटायन के स्त्रीमुक्तिप्रकरण की एक टीका में भी इस का उललेख इस प्रकार है ' अस्मिन्नर्थे भगवदाचार्य शिवस्वामिनः सिद्धिविनिश्चये युक्त्यभ्यधायि आर्याद्वयमाह - यत्संयमोपकाराय वर्तते । इस उल्लेख से ज्ञात होता है कि इस ग्रन्थ में संस्कृत पद्यों में स्त्रीमुक्ति आदि विषयों की चर्चा थी । यह ग्रन्थ अनुपलब्ध है । भगवती आराधना के कर्ता १) पात्रकेसरी तथा विद्यानन्द एक ही व्यक्ति थे ऐसा भ्रम कुछ वर्ष पहले रूढ हुआ था । इस का निराकरण पं. मुख्तार ने किया (अनेकान्त वर्ष १ पृ. ६७)। पात्रकेसरी का शल्यतन्त्र नामक ग्रन्थ भी था ऐसा उग्रादित्यकृत कल्याणकारक ( २०.८५) से ज्ञात होता है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001661
Book TitleVishwatattvaprakash
Original Sutra AuthorBhavsen Traivaidya
AuthorVidyadhar Johrapurkar
PublisherGulabchand Hirachand Doshi
Publication Year1964
Total Pages532
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Philosophy, Religion, & Literature
File Size9 MB
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