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244
कर्तृ
कर्म
181
एकाधाराधेयता 445
365, 366, 417, 442, 446, एकान्त 411, 412, 526, 554; -शान्त
483, 613, 614; कार्यभाव 50, 60, 72,76, 81
118, 442 ऐकाग्र्य 615, 616
कार्य 41, 298, 363, 365, 442, ऐक्य 320, 330, 446, 510, 598
483, 560, 596. ओम्
काल 169, 215, 247, 278, 313, कपट 603
332, 472, 477, 483, 507, करण 270
509, 510, 593, 594, 617, 69, 70, 265, 444, 465;
619; -त्रय 73 -त्व 486; -त्वनिरुत्सुक 137; कृति। 417 -भाव 539
कृत्स्नाकार 572 कर्बु ररस 5
केवल
618 ; - बोध 181; -बोधलक्ष्मी 441, 444, 611, 613; -कर्त्तन . 267; -काण्ड 601; -किट्ट 538; केवलिन् 350, 351 -कुशल 605; -क्षय 383; -ज्ञान क्रम 33, 34, 112, 115, 135,155, 426; -ज्ञानसमुच्चय 615; -द्रुम
206, 326, 364, 378, 438, 605 -पटल 601; -पाक 64, 68,
473, 507, 559, 577, 588, 70, 204, 485; -पुद्गल 612;
592, 602, 605, 613, 616, -पेलव 138; -प्रकृति 538; -मल
-अक्रम 93, 113, 466; - परिणत 347; -विपाक 208
566, 567; - भावि 382 ; -भू कलङक 465
282; वर्ति 390 कलशावली 378
क्रिया 61, 243, 261, 266, 269, कल्पना 465, 469, 477,497
346, 347, 463, 465, 575, कल्मष 623
627; - कलाप 126; -कारकचक्र कल्लोल 541
169; - चक्रपराङमुख 243; कवीन्द्र 626
- डम्बर 602 ; -रत 162; कषाय 56, 59,65, 121, 131, 132,
- शान्त 167 133, 134, 152, 160, 177, क्रीडा 561, 577, 578, 583, 591; 178, 179, 181, 207, 209,
- रस 578 210, 350, 351, 378, 551, क्षण 484, 509, 616; -क्षय 17, 93, 557, 604, 606, 625; -कण 45;
481, 483, 510; - गोचर - कन्था 42; -जन्मा 46
482 ; - भङ्ग 94, 331, 432, कश्मल 466, 467, 621, 622%;
433; - भेद 114 कारक 244, 247, 265, 268, 463 ; क्षणिक 114, 433, 507; - त्व 331
-उत्कर 318; -कश्मला 243; -चक्र क्षपण 206, 209; - उपयोग 63; 441; -चक्रचर्चा 5; -सामग्री 271
- क्षण 181 कारण 266, 298, 311, 319, 323, क्षपित ___65, 252
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