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(74) :
Chapters on Passions
37.
अट्ठ दुग तिग चदुक्के सत्त चउक्के तिगे च बोद्धव्वा । छक्कं दुगम्हि णियमा पंच तिगे एक्कग दुगे वा।।
attha-duga tiga cadukke satta caukke tige ca boddhavväl chakkaṁ dugamhi ņiyamām parca tige ekkaga duge vāll अष्टकस्य द्विके, त्रिके, चतुष्के, सप्तकस्य त्रिके चतुष्के च ज्ञातव्या। षट्कस्य द्विके पंचकस्य त्रिके एके द्विके वा।।
38.
चत्तारि तिग चदुक्के तिण्णि तिगे एक्कगे च बोद्धव्वा। दो दुसु एगाए वा एगा एगाए बोद्धव्वा।।
cattāri tiga cadukke tiņņi tige ekkage ca boddhavvā/
do dusu egāe vă egā egāe boddhavvāll
चतुष्कस्य, त्रिके चतुष्के, त्रिकस्य त्रिके एके च बोद्धव्या।
द्विकस्य दुके एके वा, एकस्य एके बोधव्या।।
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