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याइन्स वामामुयस्तरमा मुवमसेव नेत्रत्रयमालो वाकवाकयुम्मके कवेक्ष्य हदयात्रय युक्षेतिपदेशमुख रोगोधननेवाय शानिधनादीनि
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बाजार कमलसिनमवार की मायाa प्रधान निमुतनराक्कतिस्थापना
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विचाराने:पूयोरानमा बुधोयवनवेदके दादीविलि वक्रमात मुखेशानायपेचस्पः ने राति पंचम्मु पंचकसुखराब यादयकानायपवाकयायवाद योःपंचाकरयोनिदेयं च कयु संचनक्षत्र क्षयदंपरिकीनितिमिद
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नियनकमलविनामुमानापानमा
स्वादिषाकारबक्रन्यास
1929
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141.
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From Vijnaptipatra wrritten from Sojat (Rajasthan)in c. 1750 A.D. size of the scroll, 205x22 cms. L. D. No.27647
KEDA
1858
142.
Horoscope painted in V.S. 1781 = 1724 A.D.
LVII
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