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७. रत्नकरण्डको उल्लिखित प्रसिद्ध पुरुषोंके नाम १. सम्यक्त्वके अंग प्रसिद्ध पुरुष ३. पांच पापोंमे प्रसिद्ध १. निःशंकित अंग-अंजनचोर, विभीषण, १. हिंसा-धनश्री
वसुदेव (प्रश्नोत्तर श्रावकाचार) २. असत्य-सत्यघोष, वसुराजा (सागारध०) २. नि:कांक्षित अंग-अनन्तमती, सीता (,) ३. चोरी-तापस ३. निविचिकित्सा अंग-उद्दायन राजा ४. कुशील-यम कोटपाल ४. अमूढदृष्टि ,-रेवती रानी .. परिग्रह-श्मश्रुनवनीत ५. उपगृहन ,-जिनेन्द्रभक्त सेठ
४. चार दानोंमें प्रसिद्ध ६. स्थितिकरण , -वारिषेण ७. वात्सल्य ,-विष्णुकुमार मुनि १. आहारदान-श्रीषण राजा ८. प्रभावना , -वज्रकुमार मुनि २. औषधिदान-वृषभसेना
३. उपकरणदान (ज्ञानदान) कौण्डेश २. पांच अणुव्रतोंमें . प्रसिद्ध पुरुष
४. आवास (अभय) दान-सूकर १. अहिंसाणुव्रत-मातंग चाण्डाल २. सत्याणुव्रत-धनदेव
५. पूजनके फलमें-मेंढक ३. अचौर्याणुव्रत-वारिषेण
उपर्युक्त नामोंमें सम्यक्त्वके आठों अंगोंमें ४. ब्रह्मचर्याणुव्रत-नीली बाई
प्रसिद्ध पुरुषोंके नामोंका उल्लेख सोमदेव, ५. परिप्रहपरिमाणाणुव्रत-जयकुमार
८. सप्त व्यसनोंमें प्रसिद्ध पुरुषोंके नाम १. द्यूत व्यसन-युधिष्ठिर
५. शिकार व्यसन-ब्रह्मदत्त चक्रवर्ती २. मांस , -बकराजा
६. चोरी , -श्रीभूति ३. मद्य ,-यादव-पुत्र
७. परस्त्री , -रावण ४. वेश्या , -चारुदत्त सेठ
८. काक-मांस त्यागमें-खदिरसार ९. उग्र परीषह सहन कर समाधिमरण करने वालोंका उल्लेख
(जिनका उल्लेख पं० आशाधर आदिने किया है ) १. शिवभूति मुनि
३. सुकुमाल मुनि २. पांचों पाण्डव मुनि
४. विद्युच्चर मुनि
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