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________________ पञ्चमं परिशिष्टम् कक्खारुक कूभंड पृष्ठ २४३ मूल खंध अग्ग कुडय पत्त पूगफल ककोलग लवंग जातीफल मुद्दीगा खजूर मरिय वासिका फला दिरुल मरकल मगवच्छक सिंगालक अंधक दालिम तीतिणी बिल्ली पलालु केयवसक रुक्ख लता गुम्म गुच्छ वलय उदाण तण थलज थलजहरित कंद पुष्फ फल बीज जलज मूल तुंब थलज पृष्ठ ६६ पुंधण्ण सालि पृष्ठ १६४ सालि वीहि जव गोधूम मास वीहि तिल कोइव कंगु तवुसक पृष्ठ २३९ अज्जुण तलपक्क णालिक कतंब कपिट्ठ सिलिंध लकुल कंदलि कालिंग कुडुंबक पृष्ठ २६६ (३७) धान्यविभाग रायसस्सव भाजनगत धान्य वरक मंजूसागत धान्य चणव पल्लगत धान्य सेतवीहि जाणगत धान्य सेततिल णिवेसणगत धान्य रत्तसालि ओवारिंगत धान्य रत्तवीहि अरण्णगत धान्य रत्ततिल कीत धान्य कण्हवीही विक्कीत धान्य सक धान्य कण्हरालक मित्त धान्य कण्हतिल जाचितक धान्य पृष्ठ १६५ णिक्खेवपरिगतधान्य सेतणिप्फाव पोराण धान्य रत्तसासव नव धान्य रत्तणिफाव पत्र १७८ हारीडणिप्फाव कोसीधण्ण सस्सप अकोसीधण्ण कोसीधण्ण तिल मास मुग्ग चणक कलाव णिप्फाव कुलत्थ मसूर कोद्दव वरक उरालक चीण मुग्ग णिप्फाव जव गोधुम मास मूढत्थ चणक रालक तिल मास मुग्ग चणक कलाय णिप्फाव कुलत्थ जव तुवरि पृष्ठ २२० सालि वीहि कोद्दव मुग्ग अलसंदक चणक णिप्फाव कुलत्थ चणविका मसूर तिल अतसी कुसुंभ सामात सेततिल सेतसासव तंबणिप्फाव रायसासव गोधूम कंगु कुलत्थ कुसुंभ अतसी मसूर रालक मरक सण पृष्ठ ६२ देव पिसाय जक्ख रक्खस चंद दिसा बुध असुरलोक असुरेंद णाग सुवण्ण णागलोक भवणवासी महालोक किंपुरुस गंधव्व किन्नर मरुत असुरी (३८) देवविभाग कप्पोपक जक्खी वेमाणिक किनरका गोज्झग वणप्फती गोज्झगपति पृष्ठ६९ तारका देवी हिरी सिरी असुरभज्जा लच्छी असुरकण्णा कित्ती मेधा णागकण्णा सती भवणालया धिती गंधव्वी रक्खसी बुद्धी सुक्क बहस्सति इला सिता विज्जा विज्जता चंदलेहा उक्कोससा अब्भराया देवकण्णा असुरकण्णा इंदग्गमहिसी असुरग्गमहिसी अइरिका भगवती अलंबुसा मिस्सकेसी मीणका मियदसणा अचला अणादिता अइराणी मिस्सकेसी तिधिणी सालिमालिणी तिलोत्तमा चित्तरधा चित्तलेहा देव पृष्ठ २०४ राहु णागी धूमकेउ लोहियंक सणिच्छर विमाणिंद कप्पपती भूत Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org.
SR No.001439
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2000
Total Pages470
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size12 MB
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