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________________ ३५८ मणोसिल पत्तंग हिंगुलक पज्जणी अंगविज्जामध्यगतानां विशिष्टवस्तुनाम्नां विभागशः सङ्ग्रहः वण्णमत्तिका पंडुमत्तिका देवताययणमत्तिका सुवण्ण णीलकधातुक णदिमत्तिका तंबभूमी जातरूव सस्सकचुण्णक संगमत्तिका मुरुंब मणस्सिला कण्हमत्तिका विसाणमत्तिका कडसकरा गोकंटक II 411 खीरपक अब्भवालुका लवण सुद्धभूमी (३०) वर्ण-रविभाग कण्ह पृ० १०४ सुक्क रत मेचक पृष्ठ १०५ गयतालुकवण्ण काकंडवण्ण सुरुग्गमिक पदुमक मणोसिलाणिभ हरितालवण्ण हिंगुलक चित्तवण्ण मिस्सवण्ण कोरेंटकणिभ पंडु पीतक णील सेत (३१) मण्डलविभाग पृष्ठ ११५ अद्दागमंडल णक्खत्तमंडल जोइस आदित्त चक्क समयमंडल रिसिमंडल संखमंडल मंडलक णापुण्णमंडल अट्ठमंडल मंडलास छेत्तमंडल उवलेवमंडल किमिमंडलिक पंचमंडलिक अपंचमंडल माकण्णीकणिक उद्धलक तलकण्णिक वद्धक तलपत्तक परिहेरक तलभ कण्णवलयक खडुक मुद्दिका वेढक कण्णपालिक णीपुर कण्णुप्पलक पण्णेलिक सकडपट्टक पल्लत्थिकापट्ट अकरपट्टक अस्समंडल वातचक्कमंडल झल्लरिमंडल लेहपट्टिकमंडल सत्थिसंघातमंडल अंगलिमंडल संघायमंडल करणमंडल पृष्ठ २३९ जोतिसमंडल पुढवीमंडल पृष्ठ २४१ महामंडल मज्झिमगमंडल खुडुलगमंडल णक्खत्तमंडल अद्दागमंडल चंदमंडल सूरमंडल पृष्ठ २४२ पल्लंकचक्कलग धाडीचक्क सकडचक्क लक (३२) नक्षत्रविभाग पृष्ठ २०६ पुव्वदारिक दक्खिणदारिक पच्छिमदारिक उत्तरदारिक समखेत्तदिवड्डखेत्त अद्धखेत गामणक्खत्त खेडणक्खत्त कुलणक्खत्त उपकुलणक्खत्त कुलोपकुलणक्खत्त पमद्दणणक्खत्त पृष्ठ २३५ मुहत्त दिवस पक्ख मास वस्स निमिसंतर उस्सास कट्ठा लव कला पृष्ठ २४६ मज्झण्ह अहोरत्त जातिणक्खत्त थीणक्खत्त आदाणणक्खत्त णपुंसकणक्खत्त मित्तणक्खत्त णगरणक्खत्त पुरिसणक्खत्त देवणक्खत्त (३३) कालविभाग पुव्वण्ह मागधवेला अवरह दुद्धवेलिका मागधअ आलोलीवेलिका पातरास आणुतासवेला अणुमज्झण्ह कूरवेला पृष्ठ २४७ पातरासवेला भत्तवेलिका गंडीवेला जागुवेला वासवेलिका णागवेला पसुवेलिका दीववेलिका सामासवेलीका जामवेला चोरवेला गोसग्गवेला पृष्ठ २५७ धातक छातक (३४) व्याकरणविभाग पृष्ठ १५३ व्याकरण सर फरिस अंतत्थ जोगवह अजोगवह यम उष्माण: विसर्जनीय उपध्मानीय जिह्ममूलीय अनुस्वार अनुनासिक समाणक्खर संधिअक्खर णामिस्सर अघोस घोसवंत हनुमूलजिह्वामूलीय 111 पृष्ठ १५७ एक्कमस्स बिभस्स बहुभस्स Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001439
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2000
Total Pages470
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size12 MB
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