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________________ तवी वत्थरिका कुदाली वासी कवल्ली दीविका कडच्छकी पृष्ठ १९१ उवाहण छत्तक तप्पण कत्तरिका कुंडिका उक्खलिका पादुका उपाणह पृष्ठ १९३ उक्खुली पिट्ठरग पृष्ठ ६५ पुंभा तट्टक सरक थाल सिरिकुंड पणसक अद्धकविट्ठग सुपतिट्ठक पुक्खरपत्तग सरग मुंडग पृष्ठ ६४ पुंभोयण कूर ओदण अन्न असण भोयण जेमण आहार अंग० २९ Jain Education Intona दविठलंक रसदव्वी छत्त उपाणह पाउगा अर्थह उभिखण फण खपसाणग वणपेलिका विवट्टणग अज्जणी पसाणग आदंसग पृष्ठ १९८ छत्त भिंगार वीयणिया तालवेंट पृष्ठ २०१ सिरिकंसग थालक दालिमपूसिक णालक मल्लकमूलक करोडक घट्टमाणग अलंदक जंबुफलक भंडभायण खोरक वट्टक पायस परमन्त्र दधिताव विलेपिक दधिकूरक दुद्धकूरक घतकूरक सासवकूरक गुलकूरक सयण आसण जाण वाहण वत्थ आभरण परिच्छद सत्थावरण पृष्ठ २२१ मुत्तिक संखागवलमय दंतमय सिंगमय अकिमय वालमय लोहमय चम्ममय पृष्ठ २३० अंजणी फणिका मुंडक पीणक पृष्ठ ७२ श्रीभावण करोडी कंसपत्नी पालिका सरिका भिंगारिका कंचणिका कवचिका पृष्ठ १८० पञ्चमं परिशिष्टम् वीजणी दंडा पत्तकूरक कुलत्थकूरक मुग्गकूरक मासकूरक ओदणकूरक अतिकूरक तिलकूरक भूमणत वीजणिया (१४) भाजनविभाग पाणजोणिमय धातुजोणिमय मूलजोणिमय पाणजोणिमय भूतकूरक श्रीआहार चामर अस्सभंड भच्छा दितिका अजीण पृष्ठ २५४ इंगालकोटुक इंगालसकडिका कडुच्छ धूपछाडिका धूमकरणाक धूमण पसाय धूमणेत्त खारापक वीजणक धातुजोणिमय सुवण्णमय (१५) भोजनविभाग सिप्पिपुड संखमय मूलजोणिमय कट्ठमय फलमय पत्तमय पृष्ठ ७१ दुगुहिका उदकुण्डिका समगुहिका जागू कसरी अंबेली पत्तंबेली वालकल्ली For Private & Personal Use Only धूमणाली अग्गिकारिका अग्गिकुंड जग्गतक संदीपण दीव चुडली मधअग्गि चुल्लक चुली चितका फुंफुका अहिमकरिका अग्गपखंडक पृष्ठ २५५ कुड घडग अरंजर उट्टिक आचमणिक रुप्पमय तंबमय कंसमय काललोहमय सेलमय मतिकामय पृष्ठ २१४ लोही कडाह अरंजर उक्ली रकि ठकुली कुम्मासपिडी सतपिठी तप्पणपिंडी इतिपिठो ओदणपिंडी तिलपिंडी पीढपिडी रच्छाभत्ती करक कुंडिका पृष्ठ २६२ छत्त भिंगार पडागा लोमहत्व वासणकडक चामर वीजणी पृ० २२१ स्थगिका संपुर पेला पेलिका करंडग संकोसक पणसक थइया पसेवक लोहोवार उट्टिक आयमणी सत्थी आयमणी चरुक ककुलुंडी पृष्ठ २२१ कट्ठमय पुप्फमय फलमय पत्तमय रसाला पमिद्रा चोराली अंबडी अंबकभूवी सूरभूषिता अंबाडगधूवी भोजन पृष्ठ १७६ ३५१ www.jainelibrary.org
SR No.001439
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2000
Total Pages470
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size12 MB
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