________________
२५८ अंगविज्जापइण्णयं
[पणुवीसइमं पडलं [पणुवीसइमं पडलं] देवाणं तु पणामेण मुहुत्ता वंदितेण दिवसा तु । अभिसंथुतीए पक्खा ओवयित–णमंसिते मासा ॥ १ ॥ धूमो चुण्णेसु कतो त्ति मुहुत्ता मुक्कपुप्फयो दिवसा । कंठेगुणेसु पक्खा मासा तु समिद्धजोगेसु ॥ २ ॥ लाभस्स तु धुवकारे एवं कालो तु एस बोधव्वो । दुक्खस्स उ आगमणे पडिलोमो एस बोधव्वो ॥ ३ ॥ अम्मा-पितीसु मासा पक्खा तु भवंति मातुवग्गम्मि । पुत्तेसु होंति दिवसा अप्पसरीरम्मि य मुहुत्ता ॥ ४ ॥ अप्पत्थम्मि मुहुत्ता पुत्तत्थम्मि दिवसे वियाणेज्जो । मित्तत्थम्मि य पक्खा मासा य महाजणथम्मि ॥ ५ ॥ रायत्थो त्ति मुहुत्ता महतरकत्थो त्ति दिवसमो जाणे । णिगमत्था वि य पक्खा मासा य भवे जणपदत्थे ॥ ६ ॥ रायाणं ति मुहुत्ता महतरकाणं ति दिवसमो जाणे । णिगमाणं ति य पक्खा मासा गामस्स आणं ती ॥ ७ ।। सेट्ठिपसादे मुहुत्ता दिवसा जाण पगतीपसादम्मि । 1 मंतिपसादे पक्खा मासा रायप्पसादम्मि ॥ ८ ॥ इंदग्गि त्ति मुहुत्ता पवणग्गि त्ति दिवसा विधीयते । उदरग्गि त्ति य पक्खा मासा आदिच्चमग्गि त्ति ॥ ९ ॥ विज्जुपतणे मुहुत्ता अग्गिणिपाते य दिवसमो जाणे । सूरणिपाते पक्खा मासा वुट्ठीणिपातम्मि ॥ १० ॥ चोरुपरोधे मुहुत्ता वासुवरोधेण दिवसमो जाणे । मित्तुवरोधे पक्खा मासा रातोवरोधम्मि ॥ ११ ॥ समतिच्छिए मुहुत्ता थितम्मि दिवसा उवेक्खते पक्खा । मासा य णिवण्णम्मि तु वासा य भवे पसुत्तम्मि ॥ १२ ॥ संपत्थितो त्ति मासा अद्धपधं आगतो त्ति पेक्खा तु । एकवसधि त्ति > दिवसा अतीति एते त्ति य मुहुत्ता ।। १३ ।। परभज्जा ति मुहुत्ता दिवसा पणितमहिल त्ति णातव्वा । मित्तमिधुणं व पक्खा मासा य सकासु पत्तीसु ॥ १४ ॥ अंतो बारमुहुत्ता दिवसा अभितरे उवट्ठाणे । पक्खा य आतिकासु तु मासा पुण अंगणे होंति ॥ १५ ॥ अंतोनिवेसणे होंति मुहुत्ता कोट्ठके तधा दिवसा । उव्वरकम्मि य पक्खा मासा य भवे पडिद्दारे ॥ १६ ॥ सारीमुहेसु तु दिवसा मुहुत्ता णिवेसणस्स दारम्मि । सारीसु होंति पक्खा मासा पुण रायमग्गम्मि ॥ १७ ॥
अंतोपुरे मुहुत्ता अंतोणगरे य दिवसमो बूया । बाहिरकायं पक्खा मासा गामंतरगयम्मि ॥ १८ ॥ 20 सीमागते मुहुत्ता दिवसट्ठाणम्मि दिवसमो जाणे । पक्खा पक्खट्ठाणे मासा पुण दिवसमट्ठाणे ॥ १९ ॥
मंडवको त्ति मुहुत्ता दिवसा उदयभंडघरकेसु । तणसालासु य पक्खा मासा य घरे समालम्मि ॥ २० ॥ रायगिहेसु तु मासा पक्खा तेमग्गिहेसु णातव्वा । कारुगगिहेसु दिवसा पधिकणिलयेसु तु मुहुत्ता ॥ २१ ॥ खंधारो त्ति मुहुत्ता दिवसा गामेसु होंति णातव्वा । खेडेसु होंति पक्खा मासा णगरेसु णातव्वा ॥ २२ ॥ सव्वेसु किच्छवित्तिसु मुहुत्ता कारुगेसु दिवसा तु । पक्खा वडपासेसु तु मासा सामाइयजणम्मि ॥ २३ ॥ जण्ण-छणपरिवहणेसु एत्थ वासाणि होति मासा वा । णिच्चणिवासणगेसु तु दिवसा पक्खा व णातव्वा ॥ २४ ।। चक्खणिक त्ति मुहुत्ता थित घोट्टेति दिवसा विधीयते । भायणसुराय पक्खा मासा आपाणके होंति ॥ २५ ॥ पाणीयम्मि मुहुत्ता गुलपाणीयं परं च दिवसा तु । बहुपिट्ठीयं पक्खा जातिपसण्णा अरिटे य ॥ २६ ॥ मज्जमयो त्ति मुहुत्ता इस्सरियमयेसु वासमो बूया । विज्जामयो त्ति पक्खा मासे जाणे कुलमयो त्ति ॥ २७ ॥ णीवारम्मि मुहुत्ता दिवसा कोद्दवउरालभत्तेसु । वीहीसु होति पक्खा मासा सालीसु णातव्वा ॥ २८ ॥ अच्छंबिले मुहुत्ता दिवसा याकूसु होति णातव्वा । पक्खा अंबेल्लि-विलेवियम्मि मासा य कूरम्मि ॥ २९ ॥ दुद्ध होंति मुहुत्ता दिवसा दधिकम्मि होंति णातव्वा । लवणरसम्मि य पक्खा मासा मधुरे रसे होंति ॥ ३० ॥ भिक्खायं तु मुहुत्ता दिवसा पुण वट्टितो होति । परिवेसणं ति पक्खा मासा भोज्जं ति णातव्वा ॥ ३१ ॥
दाणं पुप्फाणं होंति मुहुत्ता भत्तवतदाणके दिवसा । अच्छादणम्मि पक्खा मासा य हिरण्णदाणम्मि ॥ ३२ ॥ १ <D एतच्चिह्नान्तर्गतमुत्तरार्ध हं० त० नास्ति ॥ २ <> एतच्चिह्नान्तर्गतः पाठः हं० त० नास्ति ॥ ३ एए त्ति य हं० त० ॥ ४ क्खा एम हं० त० ॥ ५ वट्टणे' हं० त० विना ॥ ६ दाणं युवव्वेणं हं० त० ॥
30
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org