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________________ सत्प्ररूपणा पृष्ठ नं. विषय नकशा नं. पृष्ठ नं. ७०४ ६८६ ७०५ ७०६ ६८७ ६८८ ३४२ ७०७ ६८८ ६८९ ६९० ७०८ ७०९ ७०९ ६९० ७११ ६९२ ७११ ७१२ ३२३ ६९३ विषय नकशा नं. __ अपर्याप्त ३१३ मिथ्यादृष्टि सामान्य ३१४ पर्याप्त अपर्याप्त सासादनादि ३ नपुंसकवेदी सामान्य ३१७ पर्याप्त ३१८ अपर्याप्त मिथ्यादृष्टि सामान्य ३२०. पयाप्त ३२१ अपर्याप्त ३२२ सासादनसम्यग्दृष्टि सामान्य पर्याप्त ३२४ अपर्याप्त ३२५ सम्यग्मिथ्यादृष्टि ३२६ असंयतसम्यग्दृष्टि सामान्य ३२७ पर्याप्त ३२८ अपर्याप्त संयतासंयत ३३० प्रमत्तसंयतादि ४ अपगतवेदी ३३१ अनिवृत्तिकरण द्वितीय भागादि ६ कषायमार्गणा क्रोधकषायी सामान्य ३३२ पर्याप्त ३३३ अपर्याप्त ३३४ मिथ्यादृष्टि सामान्य पर्याप्त अपर्याप्त ३३७ ७१२ ७१३ सासादनसम्यग्दृष्टि सामान्य ३३८ पर्याप्त ३३९ अपर्याप्त ३४० सम्यग्मिथ्यादृष्टि ३४१ असंयतसम्यग्दृष्टि सामान्य पर्याप्त अपर्याप्त ३४४ संयतासंयत ३४५ प्रमत्तसंयत ३४६ अप्रमत्तसंयत अपूर्वकरण ३४८ अनिवृत्तिकरण प्र० भा० ३४९ , द्वि० भा० ३५० मान, माया और लोभकषायी अकषायी ३५१ उपशान्तकषायादि ७ ज्ञानमार्गणा मति-श्रुत-अज्ञानी सामान्य ३५३ अपर्याप्त ३५४ मिथ्यादृष्टि सामान्य ३५५ पर्याप्त ३५६ अपर्याप्त ३५७ सासादनसम्यग्दृष्टि सामान्य पर्याप्त ३५९ अपर्याप्त ३६० विभंगज्ञानी ३६१ मिथ्यादृष्टि ३६२ सासादनसम्यग्दृष्टि ३६३ मतिश्रुतक्षानी ७१४ ३२९ पर्याप्त ७१४ ७१५ ७१६ ७१६ ७१७ ७१८ ७१९ ७०० ૭૦ ७२० ७२० ७२१ ३३६ ૩૦૨ ७०३ ७०४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001396
Book TitleShatkhandagama Pustak 02
Original Sutra AuthorPushpadant, Bhutbali
AuthorHiralal Jain, Fulchandra Jain Shastri, Devkinandan, A N Upadhye
PublisherJain Sahityoddharak Fund Karyalay Amravati
Publication Year1940
Total Pages568
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & Karma
File Size12 MB
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