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________________ । [ ५० ] भगवान महावीर ने क्या किया? सद् धर्म का डंका भारत में बजवा दिया वीर जिनेश्वरने और उजड़े भारत को फिर से, सरसा दिया वीर जिनेश्वरने ॥ ध्र. १ पशुओं जैसा शूद्रों से व्यवहार यहां सब करते थे। पर प्रेम से सबको एक जगह विठला दिया वीरजिनेश्वरने २ पुरुषों के पैरो की जूती, महिलाएँ समझी जाती थी। पुरुषों से नहीं है कम महिला, बतला दिया वीरजिनेश्वरने ३ देवी देवों के आगे यहां, खून के दरिया बहते थे। सर्वत्र अहिंसा का झंडा लहरा दिया वीर जिनेश्वर ने । ४ एकान्तवाद के झगड़ो में पड़ सब मतवाले लड़ते थे। स्याद्वाद के द्वारा सब झगड़ा, मिटवा दिया वीरजिश्बरने ५ पावापुरी में यज्ञों की, जब धूम मची थी अतिभारी । । तब गौतम जैसे पंडित को समझा दिया वीरजिनेश्वर ने । ६ झूठे रीति रिवाजो में, सब धर्म समझकर बैठे थे। __ सद्धर्म का मारग सब जन को,दिखला दिया वीरजिनेश्वरने ७ आत्मा में अनन्ती ताकद है, यह परमत्मा बन सकती है, मानव से अमर ईश्वर होना, बतला दिया वीरजिनेश्वरने संगीतिका से ।। इति. ॥ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001377
Book TitleBhavanjali
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherVeerayatan
Publication Year1996
Total Pages103
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Sermon
File Size4 MB
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