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धोयं व चित्त नइपू र सच्छ न कुणंत च्चिय
नक्खन ऊहेसु
नक्खु क्खुडियं
गुणेहि हीर
नच्चण सलाहणा न छिवइ
नयणभंतर न यदि
नवपल्लवं
नववहुपिम्म
न विणा सम्भावे
न वि तह अइ
न वि तह अणा
न वि तह छेय
न वि तह दूमेइ
न वि तह पढम न वि तह विएस
नंदंतु सुरय नासं व सा निकम्माहि वि
निक्किव जाया
नकदुरारोहं
निद्दाभंगो
निद्दालसपरि
निप्पच्छिमाइँ
निप्पन्न सस्स
नियपक्खारोविय
निययाणुमाण
निर्वाडिहिसि
निव्वत्तरया
नियसिप्प
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५१२
४७
२४
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नीयाइँ अज्ज
नीलुप्पलपरि
नीससिउक्कंप
नूणं हियय
मंति
नेउरकोडि
नेच्छइ पासा
नोहलियमप्पणो
न्हाण हद्दी
पइपुरउ च्चिय
जुवाणो
पच्चग्गुव्विल्ल
पच्चू हमऊहा
पज्जा लिऊण
पsिaक्ख
पढमं चिय
पढमं वामण
पण कुविया
पत्तणियंब
पत्तिय न
पत्तो छणो
पप्फुल्लघर
परिओस
परिभू एण
परिमलिय
परिय पिए
पसुवणो
पहरवण
पहिउल्लूरण
पहियवहू
पंकमइलेण
पंजरयसारियं
पाणउडीए
पाणिग्गहणि
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