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________________ 190 . प्राकृतसर्वस्वम् । अप्पाहइ = आभाषते 7. 100. अहिजा(-गणा)णं = अभिज्ञानम् 3. 57; अप्पि = अर्पितम् 3. 26. 9. 46 अब्बम्हज (-गणं)= अब्रह्मण्यम् 9. 46 अहिमज्जू = अभिमन्युः 9. 44. अंबो = आम्रः 3.72. अहिसाबइ = आक्रामति 7. 135. अंभे = वयम् 19. 21. अहुणि = अधुना 20. 12. अम्हे = वयम् 5. 104. .. आ अय्य = मार्य 12. 38. अर(-रि)हइ = अर्हति 3. 85. भामओ (दो) = आगतः 2. 8. अर(-रि)हणा = अहणा 3. 85. आअच्छइ = आगच्छति 8. 40. अलावणी = अलावुवीणा 4. 64. भाभरिओ = आचार्यः 3. 22. मलाहि = अलम् 8. 3. आभरिसो = आदर्शः 3. 82. अलिओ = अलीक: 1. 21. माइंचइ = आक्रामति 7. 134. अल्लं = आर्द्रम् 3. 25. माइत्थं = आतिथ्यम् 3. 32. अल्हादो = आह्लादः 3. 11. भाइदी = आकृतिः 2. 7. भवकिदी = अवकृतिः 2.7. भाउजं = आतोद्यम् 4. 64. अवक्खरो = अवस्करः 3. 37. आउसो = मायुः 4. 19. अवइ = अपवर्तते 7. 119. भाऊ = आयुः 4. 19. अवडो = अवटः 4.9. भाएहिं = अनेन, एभिः 17. 78. अवरि = उपरि 1. 26. आगदुअ = आगत्य 9. 58. अवरूवं = अपूर्वम् 9. 23. भाजत्थइ = आगच्छति 7. 140. अववाहइ = अवगाहते 4. 31. आणत्ती = आज्ञत्तिः 3. 74. अवसर = अपसरति 4. 31. भाणवेइ = आज्ञापयति 3.74. अवहोमुहं = उभयमुखम् 4. 1. आणश्ते = आज्ञप्तः 14. 1. भवहोवासं = उभयपार्श्वम् 4. 1. आणा = भाज्ञा 3. 74. अविएत्थ = अप्यत्र 4. 4. भाणालं = आलानम् 4. 58. अविद = विषादसूचकमव्ययम् 10. 12. आणावइ, आणेइ = आनयति 17. 77. अन्वो = विस्मयसूचकमव्ययम् 8. 23. भाणि = मानीतम् 1. 21. असहणा = असहना 5. 30. माणेई = आनयति 17. 77. असिसुई = अशिश्वी 3.74. आम = भवान् 8. 29. - अस्सं = अस्त्रम् 3. 75. आमेलो = आपीडः 2. 15. अस्सो = अश्वः 3.75. आरज्झइ = आराध्यति 7.77. अह = अदः 8. 33. आरंभिअ = आरभ्य 4. 37. अहणा = अधना 5. 30. . आरिम = आर्य 3. 23. महरुटं = अधरोष्ठम् 4. 4. आरुण्णइ = भाश्लिष्यति 17. 73. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001369
Book TitlePrakritsarvaswam
Original Sutra AuthorMarkandey
AuthorKrushnachandra Acharya
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year1968
Total Pages424
LanguagePrakrit, Sanskrut, English
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size20 MB
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