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• प्राकृतसर्वस्वम् ।
त्रिषु प्रायेण लड् भवेत् 9. 98. त्रिषु हो जसः 17. 28. त्रिवेंटः 17. 17. ब्रेस्ती 5. 114. त्वरस्तूरतुवरौ 7. 6. त्वमित्यर्थे तुङ्ग भवेत् 16. 8. त्वस्य तणं स्यात् 4. 34. त्वस्य त्तम् 9. 55. त्वा च दणमित्याद्याः 4. 39.
थ थः स्तस्यास्तवस्तम्बे 3. 16. थक्कस्थः 17. 67. थो धो प्रथमपृथिव्योः 9. 24.
तिमेस्तिण्णस्तिण्णाभश्च 7. 148. तिरि तिरोऽर्थे 8. 18. तीक्ष्णे निशितार्थे खः 3. 68. तीरस्तृशक्नुवोः 7. 174. तीरो भावकर्मणोर्न स्यातू 9. 132. तुज्झतुम्ही सुपि स्याताम् 5.95. तुज्झाणं तुम्हाणं वो तुम्हामा 5. 93. तुज्झे तुम्हे तु जसा 5. 83. तुज्झेहिं तुम्हेहिं मिसा तु 5. 87. तुडतोडतुट्टखुट्टास्तुडतेः 7. 64. तुण्डादेरुत ओत्स्यात् 1. 24. तुम्हइमिति जश्शस्भ्याम् 17. 42. तुम्हः स्याद् मिस्भ्यसाम्सुप्सु 9. 84. तुम्हासुंतुम्हसुमौ सुपा 17. 47. तुम्हाहिं तु मिसा 17. 45. तुम्हे च जसा 17. 43. तुम्हे भवति जश्शस्भ्याम् 9. 82. तुह तुज्झ तुम्ह तुब्भ 5. 91. तूर्यादौ रः 3. 21. तृङेरिर 4 41. तृपेस्थिप्पः 7. 12. तेतिङोरेदिणौ स्मृतौ 6. 4. ते दे तुम्हा डसा 9. 86. त्तत्यदृच्छानाम् 12. 7. त्तत्थयोः श ऊर्ध्वं स्यात् 20. 8. त्तो पञ्चम्याः 5.77. त्थक्खौ क्वापि प्रकृत्यापि 13. 4. स्थ थताभ्याम् 6. 14. त्यजश्छड्डः 7. 104.. त्ययद्यां चछजाः स्मृताः 3. 31. त्यादेर्दस्तस्य 9. 101. बसेर्वज्जः 7. 157. त्रिषु डेहिम्० 5. 61. त्रिषु दुर्भवेत् 17.7.
दरिसो णिङि 11. 8. दशचतुर्दश्योरनाम्नि वा 9. 31.. दशतिदहत्योर्डः स्यात् 2. 34. दशाह हलुक् 3. 86. दशनि हः स्यात् 2. 45. दंशो णिङि 7. 106. दस्य हृदये 4. 11. दस्य हो डिना 5. 72. दाढादयो बहुलम् 4. 64. दाणि एहि अणहा 8. 24. दादीनां च दिजाद्याः 7. 181.. दिक्प्रावृषोः सः स्यात् 4. 18. दिङ्मात्रमुक्तमुझेयं. 6. 13. दिवसपाषाणयोः सषोः० 2. 47.. दीर्घता ह्रस्वता सुब्लुक्० 16. 9.. दीर्घः सुभिस्सुप्सु 5. 22. दीर्घस्तिडां क्वचित् 12. 37. दी? जस्ङस्याम्सु 5. 12. दी? स्से वा डसादेशे 17. 31.
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