________________
Index of Sūtras
17
177
गुण इतः क्वापि 4. 4. गेझघेप्पो यका सह 9. 129. गौरव भात् 9. 14. गौरविते गोमिकः 12. 10. गौरवे संबोधने. 14. 2. ग्रन्थेगुथः 7. 23. असेर्घिसः 7. 44. आहेर्गुण्हः 17. 68. अहेर्गेण्हः 9. 128. अहेर्गेण्हहिन्दी 7. 96.
क्वचिन तादर्थे 5. 131. क्वचिन्म वा 2. 8. क्वचिन्न स्यात् 3. 38, 84. क्वण ओङ्गणः 7. 133. क्वथेः स्यात् 7.70. क्षणक्षीरसदृक्षाणां छ: 9. 41. क्षमादेर्वा 3. 42. क्षरतेझरः 7. 57. क्षश्छः सदृक्षे 11. 2. क्षस्य छो वा सदृक्षदुष्प्रेक्षे 13. 2. क्षस्य च्छ: 20. 6. क्षियो झिज्झः 7. 20. क्षुदः खुन्दः 9. 118. क्षुधि हा 4, 16. क्षुधेर्दकः 7. 22. क्ष्मस्य च स्यात् 3. 41.
ख खः स्थूणाथै स्तम्भे 3. 17. खड्गस्य खण्डु 18. 7. खल जे दे इर पादप्रपूरणे 8. 31. खस्तु कुब्जकन्धरयोः 2. 33. खाधौ च खादिधाव्योः 7. 59. खिदेर्विसूरः 7. 126. खुन्दखुम्मखुलाः क्षुदेः 7. 62. खुप्पभिसौ प्लुषेः 7. 46. खोनातेः खउरः 7. 127.
घसः सृजतेः 9. 122. घूर्णो घुम्मः 9. 119. घोट्टः पिबतेः 7. 115. घोलघुम्मौ घूर्णः 7. 9. घ्र भोजिम्हेजिहावपि 7. 43. घ्रो जिग्धः स्यात् 9. 115.
उसः सः स्यात् 14.5. डसः स्सः 5.9. डसा से स्यात् 5. 66. ङसिङस्भ्यामदो भवेत् 9. 80. ङसिङस्भ्यां तुह तुज्झ० 17. 46. ङसिङस्भ्यां मज्झमहुंमहाः 17. 53. ङसिना तुमा तुमादो च० 5. 88. ङसिना मत्तो ममादो द्वौ 9. 96. डसिना ममादु मत्तो० 5. 106. ङसिना समं तुमादो 9. 85. ङसिरादोदुहयः 5.7. ङसेस्तु हे हो च 17. 19. डसो वा स्यात् 5.19. ङरिङभ्यां जत्थ तत्थ च 17. 34. डिडसौ विना सुप्येत् 5. 14.
गणनायां गण्णा स्यात् 12. 17. गम्यादीनां यकान्तोऽपि 7. 172. गर्ते डः 3. 29. गर्दभादौ दः 3. 30. गिरो गिल: 7. 24. गुजोल्लपरिण्णाङपरिहट्ट. 7. 125.
प्राकृत० १२
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org