________________
प्रोकृत ग्रंथ परिषद् ग्रन्थाङ्क-१३
मुनि-सिरिचंद-विरइयउ
कहकोसु
सम्पादक डा. हीरालाल जैन, M.A.,LL.B.,D.Litt., संस्कृत-पालि-प्राकृत आचार्य व विभागाध्यक्ष, जबलपुर विश्वविद्यालय
जबलपुर, म.प्र.
प्राकृत ग्रन्थ परिषद्
अहमदाबाद
विक्रम संवत् २०२५]
[ ई. सन् १९६९
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org