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२०. १३. १३. .]
कहकोसु
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गाहा-उन्निद्दियउ कुमारो दह्ण जिणिंदमंदिरं हिट्ठो।
__उठेवि कयपणामो पइट्टो तत्थ थुइवयणो ॥ तहु दंसणेण पविमयइँ बरे
वियडियइँ कवाडइँ गब्भहरे । नाणाथुईहिँ जिणु वंदियउ
उवविठ्ठ सुहउ प्राणंदियउ । एंतूण वियडदंतेण निणा
विन्नविउ नवेवि नहोगइणा । आयण्णहि निज्जयदेवपुरे
एत्थत्थि खगेसरु अब्भपुरे । नामेण पसिद्धउ पवणजउ
परमेसरु दरियाराइखउ । तहो रायहंसगइ कामिणिहे
नहवल्लहनामहे भामिणिहे । वर वीयसोय नामेण सुया
हुय कहु उवमिज्जइ चारुभुया । वरु ताएं ताहे तमोहहरु
पुच्छिउ मुणि नामें नाणधरु। १० आएण जेण दुक्कियहरहो
सयमेव कवाडइँ जिणहरहो। विहडेसइँ सो दुहियाहे पइ
होसइ गउ एम भणेवि जइ । बहुकालें संपइ तं पि दुहा
संजायउ दंसणेण सुमुहा । घत्ता-मन्नावेवि कहेवि इउ गउ गयणयरु गयणि तं लेप्पिणु ।
गंपि निवेइउ सामियो पुरबाहिरि उज्जाणि थवेप्पिणु ॥१२॥ १५
गाहा-सोऊणं आगमणं आएसनरस्स रंजियो राया ।
पुज्जेवि वियडदाढं सहसत्ति सयं गो तत्थ ।। परमुच्छवेण पुरि पेसियउ
परिणाविउ सुय संभूसियउ । कन्नाउ एक्कतीसावरउ
दिनाउ देवकन्नावरउ । होऊण सव्वविज्जाहिवइ
वरिसाइँ पंच अणुबद्धरइ । वसिऊण तत्थ संभरिवि घरु
सविहूइम वल्लिउ पुरिसवरु । दुत्थियविइन्नकंचणपयरे
एत्थंतरि अंजणगिरिनयरे । नामेण पहंजणु भूमिवइ
नीलजण देवि मरालगइ। पइपयभत्ताण अणोवमए
जायाउ अट्ठ धूयाउ तए। अइसयगुणरूवविराइयउ
मयणा कणया विउलाइयउ। सो तहिँ पऊरपरिवारसहु
उज्जाणं गंपि नियत्तु पहु। मयनिब्भरु नामें नीलगिरि
पालाणखंभु भंजेवि करि । कालु व कोवेण करंतु खउ
धाविउ जणनियरहो पवणजउ । १२. १ गीयसोय।
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