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________________ Appendix I 295 1119 1105 557 533 538 697 631 1076 65 537 527 568 659 651 515 उसंभिज्जति णराहिवस्स उद्दिणअरमिंदुसहं उप्पअणरुद्धगअणा उप्पक्षणाअरसंपिंडिअंग उप्पअणोहुरपीलिअ° उप्पइअरेणुणिवहा उप्पिअतिअसविसाओ उप्पुसिआहरपेरंत उभिज्जइ जडभावा उम्मिल्लइ थोअस्थोअ° उम्मिल्लइ लायण्णं उम्मिल्लस्स वि चिरआलं उम्मिल्लंति महीहर' उम्हाअंतगिरिअडं सम्हाइ गिम्हविहुरा उम्हालकुसूलमुहु उम्हालतरुच्छाया उवअरणीभूअजआ उवउत्तसल्लईकंड उवमासु अपज्जत्तेह उवरिट्ठिअचंदालोअ° उपरिमहो अ धरतेहि उरि धूमणिवेसा उल्लसिअवीइवलयं उवहइ दइअगहिआ° उवहइ धूमवलयं उव्वहइ बिंबघडिअं उव्वेअंति व अहिणव उव्वेल्लेइ समीरो उवहाणं पिव लीला उवहारुल्लूरिअमास उहओअहिपडिलग्गा ऊ रुजु मलयभवं 197. ऊससइ विलोलकर' 346 अससिअरण्णसीमा 229 उसासिअसामलारुण... 224 x एमआओ गाढफुडणा 151 एमाओ परूढारुण 144 एआओ वाअधूसर' 778 एलाण फुरिअसेवा 783 एडू इहं जलणिहि 739 एए छायापरिअत्त एए ते वणसेरिह __1017 एए पूरालुखण° 455 एए वणवारणगंड 383 एए विरत्तसुरचाव 356 एए विराअगोमय 377 एए विहअवहुव्वेल्ल° 545 एवं पवणपराहीण 911 एक्कत्तो सल्लाअंतवज्ज 350 एपकदिसापडिलक्खि 188 एक्केणंचिअ चावग्ग' 38 एक्कम्मिच्चिअ सेले 981 एक्के पावंति ण तं . 140 एक्के लहुअसहावा एक्को उण धरणिहरो 690 एणखुरखंडिआपंडु 176 एताहे उण रविणो एसिअमेत्तेण गुणे एंति गअणोसरतेसु 522 एंति गहमोत्तिअड्डे 263 एस विराओ हिअयं 332 एस सरो जस्स इमा . ओ ओअरणलालसेहि 1127 ओअरणविसेसिज्जंत 185 152 769 443 441 909 866 807 602 1075 868 828 233 500 1086 947 513 440 138 234 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001364
Book TitleGaudavaho
Original Sutra AuthorVakpatiraj
AuthorNarhari Govind Suru, P L Vaidya, A N Upadhye, H C Bhayani
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year1975
Total Pages638
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size11 MB
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