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सिद्धहेमचन्द्रामिपदानुशासने तव्यस्य इएव्वउं एव्वळ एका ॥ ४३८॥ अपभ्रंशे तव्यप्रत्ययस्य इएव्वउँ एव्वउं एवा' इत्येते त्रय आदेशा भवन्ति ।
एउ गृण्हेप्पिणु ध्रु मई जइ प्रिउ उब्वारिज्जइ। महु करिएव्वउं कि पि वि मरिएव्वउं पर" दिजई ॥१॥ देसुबाडणु" सिहि"-कढणु घणकुट्टणु" जं लोइ । मंजिहए" अइरत्तिए सव्वु सहेव्वउं" होइ ॥ २॥ . सोएवा" पर" वारिआ पुप्फवईहिं समाणु"। जग्गेवा पुणु" को धरइ जइ सो वेड" पमाणु ॥ ३ ॥
क्त्व इ-इउ -इवि-अवयः ॥ ४३९ ॥ अपभ्रंशे क्त्वाप्रत्ययस्य इ इउ इवि अवि इत्येते चत्वार आदेशा भवन्ति ।
हिजडा जइ वेरिअ घणा तो कि अभि चडाहुं"। अम्हाहि बे हत्थडा जइ पुणु मारि मराहुं ॥ १ ॥
इउ।
गय - घड भजिउ जंति [ ३९५.५] ॥ इवि ।
रक्खइ सा विस-हारिणी ते कर" चुंबिवि जीउ ।
पडिबिंबिअ-मुंजालु जलु जेहिं अडोहिड पीउ ॥ २ ॥ अवि ।
1 एवाः ABP. 2 इएवउं A. 3 एम्वउं B. 4 एव B. 5 एउँ T. 6 गृहेप्पिणु BC. 7 मइ A. . 8 प्रियउ A, पिउ P. 9 उव्वारिउंजइ A. 10 न T. 11 परि ACP. 12 देजइ TV. 13 देसुच्चाडण C.. 14 सहि C. 15 °कुट्टण C. 16 मंजिट्ठिय AC. 17 सहेवउ A. 18 सोएव्वा T. 19 परि A. 20 वारिया AC 21 समाण A. 22 जग्गोवा C. 23 पुण ABC. 24 बेउ A, वेइउ C. 25 पमाण A. 26 वेरि अप्पणा A (for वेरिअ घणा). 27 चडाहु A. 28 अम्हहं PT. 29 पुण: ABC. 30 बे V. 31 करि A. 32 जी C. . 33 पडिबिनिय मुंजाल A, पडिबिंगी B. 34 अहोहिउ A, अजोहिउ P, अडोहि T. 35 पीउँ T.
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