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बिइयं परिसिटुं सद्दो पिट्ठ-पंतीए । सद्दो
पिट्ठ-पंतीए संखेजपएसिय[खंध] ५७८-१९, ३८०- संखेजसमयद्वितीय
९९९-२२ ४, ५७८ तः ५८१ पृष्ठेषु, संखेजसमयाहिय ८६६-१९, ९९६-२२, ९९७- संखेजहा ३५३-१६, ३६४-१, ३७८ तः ६, १००२-९, १००४-१८,
३८१ पृष्ठेषु १००६-२६, १००७-४, संगतिय ७९-१६, १३३-९, १४१-१७ १०१०-१३, १०११-६
३०७-१४ , (पोग्गल] १००१-१५
संगय
४६९-५ संखेजपएसोगाढ ९९०-५, ९९७-१९,
संगलिया
६९९-१०, ७००-३, ९९९-१२
७०३-५, ७२२-७ संखेजपदेसिय[खंध] २१२-१६, ९९८-२३, संगहित ४७-१८,४८-१, १०८०-७
९९९-१ संगहिय १०८५-१०, १०८७-१४, संखेजय ६३३-१२, ८८३-२१, ८८४-१३
१०९०-४, ११०३-२ संखेजवास
३८६-२१ *संगाम संखेजवासाउय ३२९-२४, ३९१-८, - संगामित्तए
८२०-८ ११६२-५ -संगामेइ
५४-१३ संखेजवासाउयसण्णिमणुरस ९५२-२१ -संगामेति
३०९-१२ संखेजवासाउयसन्निपंचिंदिय
- संगामेंति ५९-१५, ३०५-९, ३०६-१९ [तिरिक्खजोणिय]
९२८-९ संगाम ५४-१३, ५९-१५, १७२-१५, संखेजवासाउयसन्निपंचेंदियतिरिक्ख
३०३-१९, ३०५ तः ३११ जोणिय ९११-१०, ९५१-१
पृष्ठेषु, ७२१-१३, ८२०-८ संखेजवासाउयसन्निपंचेंदिय
संगामिय
३०४-११,५४९-१० [तिरिक्खजोणिय]
९२४-२५, संगामेमाण ३०५-११, ३०९-१०, ___९६२-६, ९६३-१३, ९६५-१०
३१०-२४ संखेजवासाउयसन्नि
संगार = सङ्केत
७२४-१७ [पंचेदियतिरिक्खजोणिय] ९२२-२३ * संगिण्ह संखेजवासाउय[समिपंचेंदियतिरि.
-संगिण्हह
१९७-१९ क्खजोणिय] ९२७-७, ९३६-१६, -संगिण्हंति
१९७-२४ संगिण्हमाण
२१०-७ संखेजवासा[उयसमिपंचेंदियतिरि
संगिया=सनिता १०४-१७, १०६-१६, क्खजोणिय ९५०-२३
१०७-१४, १०८-२ संखेजवासाउयसनिमणुस्स ९१७-२०, संगल्लि = समुदाय
४७२-५ ९२५-१२, ९२६-८, ९२९- * संगोव ९, ९६१-२५, ९६३-२७,
-संगोवामि
७०९-१० ९६५-२६ संगोवंग
७७-७, ३३७-१३ संखेजवासाउय[सन्निमणुस्स] ९३८-१८ संघ ७११-१६, ७२३-७, १०६४-२३ संखेजवित्थड
२४८-४, ६१६ तः * संघट्ट ६२० तथा ६२२ तः ६२५ पृष्ठेषु । -संघटेति
२०७-१८
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