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खिलूड
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बिइयं परिसिटुं पिट्ठ-पंतीए | सहो
पिट्ठ-पंतीए अखंभ २१८-२, ३८२-१२, ४६८-४, "खिप्पामेव ४९-११, १३९-१५,
५४८-४
२३१-९,३०४-५,४१४-१७, *खा
५१८-६, ६४३-१३, -खाति ७२२-११
७०३-१२ खाइ%पुनः ३५५-१०, ३५६-५, खिलीभूत
२३१-२ ३७७-१५, ५६९-२०,
२८५-१७ ६४०-२१ * खिव खाइम ९३-९, १००-१३, १४४-११, -खिवित्ता
१५१-२ २०५-५, २७४-२३, २७७- * खिंस १३, २७८-५, ३६०-१५,
-खिंसह
१९७-१८,५६५-१० ५१९-१६, ५४४-६, ५४६
-खिसंति
१३६-५ १९, ५६१ तः ५६४ पृष्ठेषु, -खिंसित्ता
२०५-१३ ६९४-१५ खीण ६४-९, २६१-१२, ७१२-१६, खाइया २८२-४
१०४३-१० खाई = पुनः ११५-६, १४१-८,७७७-१३ खीणकसाइ-°सायि ४१९-३, १०३२-१ खाति , २००-९ खीणकसायवीयराग
१०२०-३ खातिम
१३१-६ खीणभोगि=क्षीणभोगिन् -क्षीणतनु २९९-८ खातिया २१७-७ खीणमोह
२०२-१८ खातोदग
७३९-१० खीणवेयय ४१८-१९, १०१९-११ खादिम ७२२-१० खीर=क्षीर
५३८-५ *खाम
खीर-तृणविशेष
८९५-१२ -खामेइ ९२-१७ खीरकाओली
९०३-९ -खामेति १२३-७, २२१-२३, खीरकुंभ
७६५-२४ ७१७-८, ७३२-१५ खीरणी
८९८-४ - खामेत्ता ९२-१, ९४-९, १२३-७ खीरधाती
५५०-१४ -खामेमि १५०-१६, १५३-२१ खीरखुट्टि
१७५-९ - खामेमो १३७-१२ खीरोदग
३८२-१५ -खाति १३७-१४, ५५६-१५, खीलियासंघयणि
९१५-१७ ५६६-१६, ८०४-२८ खु खु त्ति = 'खु खु'इति
४९३-४ खामिय
१२३-९, १३७-१६ खुजा ५५०-११,५५२-२, ५६८-१५ खार=परस्परमत्सर
१७२-१४ * खुड खारमेह २९३-१४ -खुडति
७०३-२० खारोदय ७३९-१४ -खुडित्ता
७०३-२० खास १७२-२१ खुड्डु =क्षुलक
३८७-५, ११०४-५ खित्त=क्षेत्र
७-१० खुड्डगपयर ६२९-११, ६३८-१८ , =क्षिप्त १५१-३ खुड्डाकडजुम्म
११०५-२० खिप्पगति दिक्कमारदेवविशेष १७७-३ ] खुड्डाकडजुम्मनेरइय
१११२-३
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