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सो
कति पएस वित्थिण्णा [दिसा ] कति पएसिय
कति पएसो गाढ कति-पदेसा [दिसा] कति पदे सादीया [दिसा] कति-पदेसुत्तरा
""
वियाहपण्णत्ति सुत्तं तग्गयाणं सहाणमणुकमो
पिट्ठ- पंतीए
६२९-२२
९७८-२०, ९७९ - २१,
९८०-५
९७८ - २०, ९७९-११
६२९-१७
६२९-१६
कति पदेसोगाढ
९८०-५
कति फास ११३ - १०, ११४- १, ५०९-१६,
५८७ - १४, ५८८-२, ५८९१७, ५९१–१६, ८१३-१३,
८१४-७, ८५८-१९
१००२-२
कति भाग कतिय = ऋयिक - ग्राहक कति योग कति रस ११३ - १०, ११४- १, ५०९-१५, ५८७ - १४, ५८८-२, ५९१-० १६, ८१३-१३, ८५८-१९ कति वण्ण ११३-१०, ११४-१, ५०९ - १५, ५८७- १४, ५८८-२, ५८९३, ५९१-७, ८१३-१३, ८५८-५, ८५९-८, ८६१ तः ८६४ पृष्ठेषु ८६६-२३,
कति विध-विह
कति समइय
कति संचित * कतो = कुतः
कतोहिंतो कत्ता =
در
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११४४ - १३ ११६-१, २२९-२, ३१९-१०, ४८८-२१, ५२६१६, ६०७ - १८, ७६०-१९, ८०६-२, ९६९-१३, १०१६९, १११४-३
४-४, ८-१८, ८०७-२१
पृ० २०६ टि० ५
: कर्ता - जीवशब्दपर्यायः
११२५ तः ११२७ तथा
११२९ तः ११३३ पृष्ठेषु ८३३-१७, ८८४-४ ४६-१०, ११०५-२२,
११७८-१८
५०७–४, ७७४–१, ९६६-१६
८५७-५
सो
कत्तिय [मास]
[सेडि]
""
कत्तियचा उम्मासियपाडिवग
कत्थ
कत्थइ = कुत्रचित्
कत्थति =
कथयि
कदा
कदाइ
कदायि
=
""
33
कद्दम [मय] |कद्दमय = देवविशेष
कद्दमरागरत
कन्ना = कन्या कपिहसिय
""
* कप्प == कृप् - कप्पइ
,,
१२७९
पिटू - पंतीए
८३१-९
८००-१८, ८०१-१,
८०२-१
११३–१४, ४९५-१३,
५१६-१२, ६४१–८, ७०२
१८, ८१७-२३
२३३-१३
१७४-१०
२३०-१६
५४८-१४
१७१-६
* कप्प = कृत् - कप्पेइ
-
- कप्पेहि
कप्प = कल्प- अजैनशास्त्र विशेष
६९६-१९
६९५-२
१०३-९, १४८-४,
११६३-४
६९७-११
६९४-२, ७१५-८
५३४-२३, ५३५-६ ७२३-१
१३१-१२, १३२-६, १४४-१६, ३०९-१०, ३५९-१३, ४६३२०, ५१८-२, ५२०-४, ५६३-१२,
७५२ - १४, ११८६-१८
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-आचार
33
" - देवलोक
४६६-२१
४६६-१५
७७-८
८८-१५, १०१७-३ २३-१५, ९४-२०, ११८–१, १९९–१५, २५१-७, २६४-१८, ३११-१८, ३२३२४, ४७९-२२, ४८१-१६, ५०३ - ११,५९९-१०, ६०७११, ६८० - ४, ७१३–९, ७८९-३, ८०३-१, ८७३-३, ९७७-१०,
९७८-१८, १०२६–१४
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