________________
१२३४
सो
अहासुहुम अहासुहुमकसायकुसील अहासुमनियंठ अहाहुमपडि सेवणाकुसील
अहासुहुमपुलाय
अहासुहुमब उस
अहि = अहि * अहि + कर
- अहि
1
- अहिकिचा
अहिगरण
अहिगरण किरिया
अहिरणिया [किरिया ]
अहिकरण अहिकरणि= अधिकरणिन्
अहिकरणी = अधिकरणी - लोहकाराद्युप
करणविशेष
अहिगार
* अहि + जुंज
- अहिजुंजिय
* अहिज्ज = अधि + इ
- अहिज्जइ
- अहिजति
- अहिजित्ता - अहिजेजा
• अहिजेत्ता
पिटू - पंतीए
१२०-५
१०१८-८
१०१८ - ११
१०१८-५
१०१७-१८
१०१७-२०
४६३-१७, ७३८-२५
अहिडिय
अहिपति अहिय = अधिक
Jain Education International
बिइयं परिसि
५-७
पृ० ५ टि० ४-७
अहिगरणी = अधिकरणी - लोहकाराद्युप
करणविशेष
१००-६
२७४-६
७४३-१, ७४४-१२,
७५४-१५
२७४-१०
१५५-८
५७-८, ५८-२,
१५५-३, ३५४-१५
२३१-३
८९२-१
९६-११
८८-८, ४५४-७, ४७५–९,
५२६-२, ८०२-२३ ५५३ - ७, ५५४-१४ ९३-१५, ५५३-७
१०२२-१६, १०४५ - २१
४७५-१०
१३४-१७
६०२-११
३६-१, ३७-२,
५४१-१६, ५५५-८,५५६-३,
५५८-५, ५८०-१७, १०१५-२२
अहिय = अधिक, अ-हित
* अहियास
-अहियासिि
- अहियासिस्सं
- अहियासेत्तए
अहिया सणया
अहियासिय
अहिव
अहि
अहिवास
अहीण = अधीन
अहीण = अहीन
अहीणमतिरित्त
= अधीत
११९-४, १३९-८, १५२-१८,
७४८-१४
४६२-१६
१३४-१७
५४०-१, ५४५-१७
१०८०-८
११८६-९
पृ० २०७ टि० ५
२०७-६
१२६-८, १३५ - १५, १४५–१९, १५४-७, ७६०-५,
८०३ - ३ ४८-१७, ५२-४, ५३-१३, ५४-५, १४४- १, १५७ - १२, २०७-७, २०८-८, २५०-७, २९०-२४, २९१-३, ५३०१२, ५३१ - ११, ६७७-१५, ७७४-११, ७७५-३,
अहे = अधस ४९-८, १०८-२०, ११२ - ३, १४१-३, १४७-७, १५१-१७, १५२ -१, १७० - ३, १९५-१, २०८-९, २२८-५, २४८-१, २५८ - २, २६३ - १०, २६४-३, २७५-१९, ३००-१४, ३७८१५, ४८८ - ५, ५९६-२३, ७०६-१२, ७७४-१८, ८२२
१७, ८२८-११ २१८-१५, २१९-१ १४१-१२, १५१-१०
अहीत:
अहुजलिअ अहुणोज लिअ अहुणोववन्न + 'ग
अहे =
= अथ
अ- हेउ अतिविस
पिटू - पंतीए
२९३-१३
For Private & Personal Use Only
६७-१४
७३६-१७
७६४-९
७८३-१५
७३६-१४
१२९-११
www.jainelibrary.org