________________ E. महपत्ति का पडिलेहण - PADILEHANA OF THE MUHAPATTI Fig 30 Fig 31 Fig 32 10. फिर मुहपत्ति के दोनों किनारों को दोनों हाथ में पकड़कर, छाती का पडिलेहण माया-शल्य कहते हुए बीचमें, नियाण-शल्य कहते हुए दाहिनी तरफ एवं मिथ्यात्व-शल्य परिहरुं कहते हुए बायीं तरफ करें (चि. 29, 30, 31). 11. फिर क्रोध, मान परिहरूं कहते हुए दाहिने कंधे का पडिलेहण करें (चि. 32). 10. Holding two corners of the muhapatti in both hands, perform the padilehana of chest in the centre saying maya salya, in right side saying niyana salya, and in left side saying mithyatva salya pariharu (Pic. 29, 30, 31). 11. Then perform the padilehana of right shoulder saying krodha, mana pariharu (Pic. 32). दि.३९ Pic.39 Fig 33 Fig 34 Fig 35 12. फिर माया, लोभ परिहरूं कहते हुए बायें कंधे का पडिलेहण करें (चि. 33). 13. पृथ्वीकाय, अप्काय, तेउकाय की रक्षा करूं कहते हुए दायें पांव का पडिलेहण चरवले से करें (चि. 34). PRATIKRAMAN SUTRA BOOK 175