________________ ___E. महपत्ति का पडिलेहण - PADILEHANA OF THE MUHAPATTI 28 Fig 21 ____Fig 22 Fig 23 7. इसी तरह मुहपत्ति को बायें हाथ की अंगुलियों में पकड़कर, दाहिनी हथेली के पिछले भाग पर मुहपत्ति फिराते हुए भय, शोक, जुगुप्सा परिहरूं कहें (चि. 21, 22). 7. Similarly holding the muhapatti in between the fingers of left hand, moving the muhapatti on back side of right palm, say bhaya, soka, jugupsa pariharu (Pic. 21,22). PIC Fig 24 Fig 25 Fig 26 8. फिर मुहपत्ति के दोनों किनारों को दोनों हाथ में पकड़कर, ललाट का पडिलेहण कृष्ण-लेश्या कहते हुए बीचमें, नील-लेश्या कहते हुए दाहिनी तरफ एवं कापोत-लेश्या परिहरु कहते हुए बायीं तरफ करें (चि. 23, 24, 25). PRATIKRAMAN SUTRA BOOK 173