Book Title: Dash Vaikalika Chulika
Author(s): Swayambhava, 
Publisher: ZZZ Unknown
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ - ईषय टलिसवासममेविषर मधमोहमर मंगमन यातियाम्पतविण्हत समकान परसंममघाममथी घोडान दायीन घसा स्वलमिचश्यदीवारियर खण्टवर विष सषमाम्बवाचित मामत गयरवेयपदयातबाग कवाय समान साखलनीयवाणन्नकणसंख्मेश्वरसमानाधित अदाणुदिनपोमाणावश्यरमियंसपोयपडागात पानिपटाग्याप' सम्यक्रमकाश्मिदिनदिवाललइ सादर इंसानिािध्यमबीलापन मोडाऊसकमामरिधामभिस्यमाबिसमावसभर टालिवामास्वानक याचारगलायाजना समकालिन विषेत्रातीवादाला मानहालनाकामागही यामाग्रवारमहापाईसमसंयरिलेटियहाइसवनितंडवाहसोममाण्डपडीवीरलऊस्मगतिरियागिक्षीकामसोगाशनछोर साधणविनीरमायामनुध्वमा पदमादरमञ्षमुकामयागाकारललामलगश्मदी धमनीवलीकमच वभ्यायादारसिभनीमीयम शणिकर्मथकीच्यभोगातिनीबाग दियागामायावीमनुध्यधामा उ तिगिकारपिउधनासायटीननायईश्रादरदेव तिमनांचा विश्वादरवा६ निनोवामलेहममध्यमीकारज असायबमलामामा मेयरकमचिरकालोचका सविसऽधनमलाघरकारेयवतमयपडियाश्याश्रहंगश्वासोचमवया। होहिनीस्वनुनिधश्नही विरामवीतरागनमधर्मकरिखनमोरशियाध्ययमविप मममममेकम्पति शमहिलटकर्सवाम लेशरहितपर्यायदाक्षानो धरनाममाहिवसताना महर्गतिरुपन्दीरमाननीय मायबर उल्लेखलुसोगिहाणधम्मशिदवासमक्षेश्मतारोत्रायकेमेवझायदोशमंकप्पसेवदायहोईवमानकेसेगिहवामए निरुवकेसेपरियाय कर्मबंधनकार दीक्षापययित सावरूपाचहालादा निर्वद्यानादीनपर्या घणालीकनस्वाधीनवसिखश्व ना धपकन्योरपुन्य अनित्यससाततउवा एघरखामबर कर्मभोथ मबर यदीक्षामायब सद कामलोग अनश्पापबर ५ निधनाशिध्यमनुष्य बंधेगिरवासमीकिपरियाणसावधेगिहवामेनिश्वछपरियायश्वबजमादारणाशिहीणकामतोमास्वपनियन्त्रपाबंपप्रणिखिनुलाम नवमवमव्यमानमश्श्रयमागितलनादिया बडघरगोस्वरमुनिश्चमोदमाया पापकर्मबलुनिश्चश्तीशिपकीक्षाकर्म पहिलाहमीपरिकापडिक सोगयों मीपरिचंवलचपलख २६ दिकपापकर्मकाण र याचवा म्पानदी कारथि गुयाणजीविण्कसम्मकलविंचंचलेश्वचवलुपायंकम्पगरंशपाचारपंचखनुलोकहाणेकम्माधिविनाऽप्पडिकताविया कीमाकमहाश्रागनीमा तपश्करी विक्षमझ रानटारमनपदावर दिवमहानायक किवारबफरस मार्यम्नेलरुपनीश तिहारस्वावाम आगामी मारु. 5कम्म हिब- उमरुपवर्म मश्र मादिम्निशाना यध शामारकाजनिअवयवाहसवमात्रासश्नाधारसमपर्यनवश्सवगमिलोगोउयायचयश्वम्वावोगकारणासेतनमुखिएबाले बाय। Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सिवारिया स्त्रियंत पसंयमदेवताचाभवाः । वंदनीक योग्य वंदनीककई पनावड बनोद कालिमुऊनश्या शिवाष्टममा ताकर हुयोऽम्पश्यना खनियाबासमती) लोकप्रतिको साधुवानी प्रतिष्टाम धूलिका नाव यानानि दोन दीवान सम्मपरिको सपचाप तपाई माथ मंदिमोहोर पश्चादयवेदिमो देवया व सुयाग पतिमतेजा स्त्रियी निवारण संभवत पश्वास्त्रितयकी डिमराजाराज्पष्ट मितेमाल जिवारी कामादिति पश्यमधीष्ट निर्मन नाव में तिवारेश्नीकत्येक पपछताव पहितावर बारीक यो अमोलीनीक वन यासपश्चापरिक्षणईन कथामप्रमोदो पञ्चादोमो रायावरचपत्रको समापरिमाप डायमा लिमोहोर पानीमा मिमो मिश्रा गरकन तिमनेापपछि सो गयानानन निममावली लोन तिमनास्त्रीयोपडेकर्मीकाको घरवासमा पाहतान गरराध्योकोप बेजिकारगरोडये थको एड्वव कोटगलीमपबिता रुपला की निवारक बनेन मेलाई कडे सपश्चापनिईयायखदो समझतो मोगलं गिलास या ऊकडे अनशी दिवटिमाई हाथीनीयरिवंधण वर्म नैतिम माधु दीक्षाका विषयमल मोहनमाना पंककायमा निमनमा त्रिलो पचपछतावर परिश्करी निरंता किम नागहाथीपाव पछिता दो सपना परिप्पई १ अनदारपरिकिनो मोहसाणसं पंको सत्रीऊदानागो सपना परितप्पा दंगलीत नावियप्पानज सिद्धांत नरमतपर्यायदा सामान मिलावने देवलोकमा सुषम पर्याय चारित्रम जमीन महानरक नाम सभा देवतामा थमाइंड) मान कषी जमनेविषयक ठान मुइटर मंतोष रियाय सामन्नडियादेसिय र देवलोगसभारणारं परिया मदेशिया याच महा नित्यमानसी २० चमरोव मंजालिय चारित्र विषम मरकरी माजी रकमन निमिकार पिट्वापरम धर्मथकीय मिरिशीला यमी मल्हारीतेरहि मचारित्रयाने Sines farsthaरकने कारण *इटीका पर्यायनविषा ११योतधर्म के तिलम मतदनी माई सोनामलहर सो रकमुतमरयाणं परियायत व्हारया निरखव मंडार रकमुत्तम रमिता परियायापडिय मावियेथे मन्त्रणिविप्रायमिप्पले हील निंदक का आधारमधली निमदाढकपाट २ इहलोकनरविषधर्मा द्वारा पाया श्राद्यनाम धर्म की अधर्मादि नवलदार मलरगतिज‍ व्यधकरणबार अहमीयुद्धामापणानासन अडानको किरण पामरजन नावान श्रीतिऽविदिथं कुसीलादाद्वियेोरविशेधनाएं देवोश्रकिती नाम विद्यामि चुयामादिनिविस्मय। १ प्राचार्य 10 नर as छानाकामा विषकनझाषा Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ विकलाचनमा स्प्रेगवीनसग यकी नावितरबजकरमाली धागतिजाअरमननाम सेटमञ्बाविसम्यतिमहिलनगममापहिलामा! विलीनर माममवचनकायाऽकरगनिवारूपयधमपापमामालीनपटनीऽममति नहारमिवावला सहरोनावनारक दिव्यगई छझिसोगाउंपसमयमा सहाविदकरसंङमहबजेगा किनिदिछियेऽनाहीयसमोसुलहाडमासस्वामरसतानेरझये। नरकवानमा ज्यकपमानियामादिचननामा पल्पायमधमाजाश्मागतप उसयममीधरतिमयमकिक मारापचिरकालनगि विमानना रिकपन वनर मपमणकालजाई अचमाहरपल्पनाऽषराकरया -५ नावरमपिणमा स्मनु दीवायमाफिलेमक्षिणा पशिमय पहिसागरोहाकिमंगधुगमनश्यताणोऽहं शानमेक्षिरंडरमिलविस्मश्रमामयामीण ससायधिरती मालमत्मवारिश्श्रवण मरमसत्यक्षमस्थियावमध्याममात्माऽपिपरि ददनाफाभनपरधर्मनन ल्यापफवन | मन मारिवारि नविष्ठबनजायपि साम्पमा निश्चयक्षरिक्ष सानधर्मनीमावनांत मोलावादना। पिवासमंशामधेसरीरोगमाविस्पर्श अविश्माईजामियपश्चवडमधमणानेदविझनिसिएश्वदेवेमधमप्रसास तारिसनापय । नीसकश्मही हिममतपातमनवायरोतिणि सम्पहपकारिष सायलासपायाभनाग्रस्य कायाईवनमश्श्रथवा विमुक भगवतना लिमेरुपर्वतकोलामहापसलमारिषञ्बुधिवतमर साकिनानायकानराजापान भनेकरारापुन लिमिदिया नयतिवायावसुटसणगिरे श्वसंमियनुधिभनरोधार्थडतायविविदंवियाशियाकारणवायाच्यज्ञमाणसणं निगुनियनोडिएावय मटाना विश्चममाइलमाटर -रतिवाक्यपदमश्नामपथ बीजानिकाक करनामीमधर उमालनीन धर्मनधिषक अनशनल शनिवृधीभि मलिक दिस्युमामिलाष्पनिम एपर्चमममुम्पन पध्ममिलिनानिययनविषANA गहिडिद्यासिशिमिछाधकीपटमायलरसमाप्ना इलियडपवाकामियकेयलिलामियमुसिघनाणेधोनपक्राईभईसोयपडियव नापरिव घालाक पनियात्रनेविषयवसाप्रनिश्रोत्रप्रतिथा बांग्रामनरनोदा अधोत्रविषयमेव अमिश्रावधानोविश्कपाश्री अनुधावसंभार पतिवार प्रवत्तिय काविरमलजलवाये परमात्मा तिम तारमुकिमयपामे बातेसंसारंगाकारण अपवनरूप दिनमान नीमूल. जऊनिपहिसायलक्ष्लकिणएटिमीयमेनप्रणादायचादाईकरमणे प्रश्रमीयमुहालीगोपडिसी नासवोमुविदियारोप्रायसायसंसारोपड़ि संसारथका निनिकारणावारश्री संवरच्याश्रवमयनिरोभ देनार्याविहारगुरपाल-अश्यामा नमविया चकिचकीनियननाममायक पाजाय। ऋरवाजोत्रयाय कमकारनश्करी निकिरीममाधिशानिन उतरनरयणनियमपि यमाविरूपबर सत्यादिककरघरममुदानिमा घरजाता सोमवश्यावारी धनहाध्यायारपानसेवरसमादिनला चरियायगारानिमाटोतिसादामासणिण्यवासासमुयन्तरिया चन्द्राय निशुवादितिया Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करदिलवसिव विराम कालव्धटराव पानीविटास्स्यनियकाकव्याकीपक्किमधपानीकनन दीवावाभीमालपाणी अरडिहाथनथाता बीश्वरप्रजातानिदेषिकया समसंघसनधामव म लव फनेसादारलवा पावन वनिका परिवायाय यावदीकसहनिवद्यणाय विधारयग्यिासियसचा पश्चाश्यभागविवश्वमाययसदिहाष्टमसयाणे संभहसमाचार प्रमानामपक छिणिरमशादायतथा सरपीमम्मटीम मवस्वदेषावारबिंगडयालयावश्कानसगकर यानन्दतिमायनजारपेटा वाचना साधु सारुमसरजमादारपश्मनःसयादारले इनकर सावधान सिरक तद्यायसमककलांचाइनमधमंसामिश्चमरियायप्रसिरकनिविमिशायायनिरकाकासम्ममाकारी सनायगेपयविद्यावा राम्यवीयावच अनिवादकानादीराजवंदरामरणस्नु वाशरदितबीनाचा मुनिटनीसंगनिवास्तिनी सामुष्टदस्वनशमनदाएविधायचा Hश्रमानंदलुनकर तिरका तिनकादिवालीपादिनकरष्टद त्रिीयासदितवमलेलार छापिनाऽतदनासंगतिको नपारलाव्यिमुकनेविजाराखंछु गिदिगावयावडियमछानमिवायाणवंदागम्यवाचनकिनिदिसमयसेद्या मुस्लिममममहासपीएनटिवविद्यासयपासणाई मिद्य मिभानपामयसशायना याममलानगर दिवा कायामहन विमम्माममाना अमनलहमनपामनिय शुगिनारीमाभिवप्रथवायु एकनाईमाधु मिकावलीलालपाणी माविषण्मला बनकरशमादप्तरश्मनको लादनमाई शिष्प शनायसरीषत निमिचंतक्षसलपाणयामकलेवामगरलंदसे ममतमानकदविद्या मयावनियानिमसहाय गुभाटियेवागुणासमंवा यकीविपावाव दोषशान मिटमासकामनोगन विष भवनखानिक्रयत्मा नावासघमासोतिहार मिनिमारमाउलानश्मा समयअर्थकिमयावधितिम निमथकर प्राणशयसायका रममनीमामामारत नरहवारसयानरररर विश्वयमा विदरेचकामसुश्रसञ्चभामाश्यसंयवरवावपरयमाशबीयंधवासंमतविधासमणवरियलिरक सुलमनोमयागांव जैसाभुशनिमश्यालयदर देषमानाचम्ल्यापणी किमंजपम कामकाधोकाई किसकरासकंकिपमाद का दोलमाटीमनादिषर वाऊंषण धर्मशागरणानश्नमात्माकाकशेषथाकर घनानादरुनसभावले किसुमाइरोधात्मा २१ अपराधररत्रकालेसंबईचप्पगमध्याग किमिक किचकिचासेसे किंसपियनसमायरामिभकिमपरोपामकिंवनपा किंवाईखनि लागतनमधीस इणिपरिचानावताविमात प्रामामियरकालयतिबंधम डिझाषामा क्रियाने कायानथावचनतयामने निहाऊसाधुमाषायाम लता भमानावनकरू. १६ विषतुला की नमादरपामेवाला यमविवश्यानिश्चममंत्रावासमागोश्रणामयंमोनिबंधक उदिवपमिकलपन कारणवायाममागमणं तदेवधारोघडिसाहरिद्या ।। न Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रात्मान करीन प्यार कर्मका समाधिकरी निषेकपयास्यि आरम कार्य RE श्राकी सानियत घोडडमि माधुनापहवायोग्पच जीना जीएची वतन नेहनश्लाकमा दात ते वयमावत लवथ कुछ वागसंभाल मननकायानाव्यापार मंदि रूपात कम सदा जवानामक का यान्नाप्पामरवली एवं २४ अमेरिसाकोडिदियम्म भिमसरिस स्मनिजे समालोपटिबुडीची मोसीवाईमजीवि निरंतर पायसीकाराम राष्कोणामकर्मम निविचर्यानीबाजा सिजनद लिका संघर सयर स्कियो साहं दिए दिसादिहिं कसुर किसामु बेमिव विनयरालासमोना सिलव गणधर जनप्रतिमादेषी समान मनशिष्यपिताशे पाने मनकशिष्यनवदेशीन स्वादवासध्ययन वीथालुवेलाय गमनायक गएर डिएपडिमा गिडिनु सग पियरंद मका लियम निवेदे पञ्चमिनोग निश्चदिया या वेलियाठवि तिणिकार दिशने कालि, बमपिभ्यनरूपाचार्यमनकशि खमासनीपर्याय स्विकालगतहासमा धर्मरागरूपत्रादि धिमरणर च श्रीमुपाडि या तम्हादका लिया नाम दियं श्रयणं मित्रमागणं मामाय विधार्य टिकालगनसमा दिए ३ दमुपायंका करावास तिवारझनामा निवारिश्री गुरेकस अम्हासारीकत्रनारागनाथा रिनिविश्रवसारथिवर शिष्टछाकोभी कालको प्रतिनां १ सिलेसन र पांका भा कनामा ध्य दीक्षापालीनड ४ ही निवास दियेश असलयपुछा कदाथ वियराणा संधे ४ इतिदमवैया लिय सुय कंधीनम्तो संवत २०२० वर्षमा गमिरतु दिने तन्नि शुरवालोया प्रकट स्थानकथानिक सतनि अनेकार्य अनेरानो कार्य गुरुनैरि आहारमा विद्या मिशनच ननमिवामिकउयलनीयाक्स करमहारकर बीकर, चाल निमिन इछा मिळात कारो। चावमीया निम्मी दिया । ठयापडिला बंदराय निर्मित्रणा तह कार्यकम हरीश्मक अ १५ श्रद्ध पराइ १० सध्या दस विनिमाया (१ Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ Jain Education Intematonal For Private & Personal use only www.ebay.org